श्रीनगर में आतंकियों ने संडे मार्केट में खरीदारी कर रहे लोगों पर फेंका ग्रेनेड, 12 नागरिक घायल
Srinagar Grenade Attack: जम्मू कश्मीर के श्रीनगर जिले में रविवार को संडे मार्केट में खरीदारी कर रहे लोगों पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंक दिया। हमले में 12 नागरिकों के घायल होने की जानकारी मिली है। पुलिस के अनुसार आतंकवादियों ने आम नागरिकों को ही निशाना बनाया था। मार्केट में जुटी भीड़ के ऊपर ग्रेनेड फेंका गया है। बताया जा रहा है कि घायलों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं, पुलिस और सेना की टीमें आतंकियों की तलाश में जुटी हैं। सूत्रों के अनुसार ग्रेनेड पर्यटन स्वागत केंद्र (TRC) के खेल के मैदान के बाहर फेंका गया है। आतंकी कहां से आए, हमले के बाद कहां से फरार हुए? पुलिस और सेना इसका पता लगाने में जुटी हैं। इससे पहले मार्च 2022 में भी श्रीनगर के हरि सिंह हाई स्ट्रीट बाजार में रविवार के दिन आतंकियों ने ग्रेनेड अटैक किया था। जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत 24 लोग घायल हो गए थे। बाद में एक घायल शख्स की मौत हो गई थी।
यह भी पढ़ें:गोवर्धन पूजा पर अनंतनाग में 3 विदेशी आतंकी ढेर, जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना को बड़ी सफलता
पुलिस को आतंकियों का सुराग नहीं लगा था। भीड़ को टारगेट कर हमला किया गया था। अगस्त 2022 में आतंकियों ने श्रीनगर में सीआरपीएफ कैंप पर ग्रेनेड फेंका था। जिसमें एक जवान घायल हो गया था। स्थानीय पुलिस और सेना ने आतंकियों की घेराबंदी के बाद अभियान चलाया था। वहीं, जम्मू कश्मीर में चुनाव के बाद फोर्स हटने के बाद एक बार फिर आतंकी सक्रिय हो चुके हैं। बाहरी राज्यों के मजदूरों को टारगेट किया जा रहा है।
बांदीपोरा में सेना के शिविर में किया था हमला
दो दिन पहले आतंकियों ने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में 14 राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर को निशाना बनाया था। शिविर पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। जिसके बाद सेना ने जब मोर्चा संभाला तो आतंकी भाग खड़े हुए थे। कुछ समय पहले आतंकियों ने दो प्रवासी मजदूरों पर भी फायरिंग की थी। सेना के शिविर से कुछ दूरी पर आतंकियों ने संतरी पर फायरिंग की थी।
लेकिन तभी सेना के दूसरे जवानों ने भी फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद आतंकियों के पांव उखड़ गए। वहीं, संडे मार्केट में आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर इसकी निंदा की है। अब्दुल्ला ने कहा कि दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की आज की खबर बेहद परेशान करने वाली है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता। सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द हमलों की इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
यह भी पढ़ें:मेरठ में अवैध वसूली करने पहुंचे थे दो दरोगा, ग्रामीणों ने बनाया बंधक; एक थप्पड़ ने कैसे बिगाड़ा पूरा खेल?