काय झाला! 'Yes' की जगह 'Yeah' सुन भड़के CJI चंद्रचूड़; मराठी में दिया जवाब
Supreme Court Former CJI Ranjan Gogoi News: (प्रभाकर मिश्रा) CJI की बेंच के सामने एक मामला आया था। पूर्व CJI जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ जांच की मांग को लेकर एक सज्जन आए। वो कोर्ट में खुद पेश हो रहे थे, उनके पास वकील नहीं था। चाहते थे कि जस्टिस गोगोई के खिलाफ इन हाउस इंक्वारी हो। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि अब वो रिटायर हो गए हैं, इस तरह हम जांच का आदेश नहीं दे सकते।
क्या है मामला?
मामला ये था कि याचिकाकर्ता ने 2018 में कोई याचिका दायर की थी। जस्टिस गोगोई ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। याचिकाकर्ता जी चाहते थे कि इस बात की जांच हो कि जस्टिस गोगोई ने उनकी याचिका खारिज क्यों की थी? उन्होंने जस्टिस गोगोई के खिलाफ इन हाउस इंक्वारी की मांग की थी।
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मराठी में हुई बहस
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता कोर्ट को बताने की कोशिश कर रहे थे उनकी मांग पूरी तरह से न्यायसंगत है। पहले तो वो अंग्रेजी में बोल रहे थे, बाद में मराठी में शुरू हो गए। उनको पता था कि जस्टिस चंद्रचूड़ भी मराठी वाले हैं। चंद्रचूड़ साहब भी मराठी में शुरू हो गए और फिर मराठी में कुछ देर तक जवाब सवाल चला। आखिर में CJI चंद्रचूड़ याचिकाकर्ता को यह समझाने में कामयाब हो गए कि आप अगर अपने मामले में दोबारा सुनवाई चाहते हैं तो आपको अपनी याचिका से जस्टिस गोगोई का नाम हटाना पड़ेगा।
[CJI DY Chandrachud miffed with a PIL seeking probe against former CJI Ranjan Gogoi and lawyer addressing the court with "ya ya"]
An advocate argues his writ petition..
Adv: this was an illegal termination
CJI DY Chandrachud: but is it a Article 32 plea? how can you file a PIL… pic.twitter.com/YBkU8tQ4Wj
— Bar and Bench (@barandbench) September 30, 2024
CJI ने भाषा पर जताई आपत्ति
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में सुनवाई की औपचारिक भाषा अंग्रेजी है। लेकिन जब याचिकाकर्ता कोर्ट में खुद पेश होते हैं और इंग्लिश में बोल नहीं पाते तो सामान्यतया हिंदी में दलील रखते हैं और जज भी हिंदी में बोलते हैं। इस मामले में याचिका कर्ता जी विद्या पुणे के थे और मराठी भाषी थे। शुरु में जब याचिका कर्ता ने अपने दलील की शुरुआत इंग्लिश में की तो उनके yes की जगह yeah बोलने पर CJI ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कॉफी हाउस नहीं है। आप अपनी भाषा ठीक कीजिए।
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