होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, वकीलों के खिलाफ नहीं जा सकेंगे कंज्यूमर कोर्ट

Supreme Court on Lawyers Complaint in Consumer Court: सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों से जुड़ा एक बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वकीलों से शिकायत होने पर भी उनके खिलाफ उपभोक्ता फोरम में कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
12:31 PM May 14, 2024 IST | Sakshi Pandey
Supreme Court of India
Advertisement

Supreme Court on Lawyers: आमतौर पर किसी पेशेवर शख्स से शिकायत होने पर लोग कंज्यूमर कोर्ट के दरवाजे खटखटाते हैं। मगर अब वकीलों पर ये प्रवाधान लागू नहीं होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने हालिया सुनवाई में वकीलों पर बड़ा फैसला सुनाया है।

Advertisement

सर्वोच्च न्यायालय का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में साफ किया है कि वकीलों पर उनकी खराब सेवा और खराब पैरवी के चलते कंज्यूमर कोर्ट में मुकदमा नहीं चलाया जा सकता। कोर्ट का कहना है कि वकालत का पेशा बिजनेस और व्यापार से अलग है। ये कंज्यूमर प्रोटक्शन एक्ट 1986 के दायरे में नहीं आता है। इसलिए कंज्यूमर कोर्ट में वकीलों के खिलाफ शिकायत नहीं की जा सकती है।

सेवा के लिए जिम्मेदार नहीं हैं वकील

Advertisement

अब सवाल ये है कि वकीलों की मनमानी की शिकायत कहां दर्ज करवाई जाए? सुप्रीम कोर्ट के अनुसार उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 में वकीलों से जुड़ा प्रावधान है। इस अधिनियम को 2019 में संशोधित किया गया था। इस अधिनियम में साफ किया गया है कि सेवाओं में कमी के लिए वकीलों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।

पेशेवर लोगों ने ना करें वकीलों की तुलना

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि वकीलों का पेशा अन्य पेशेवर लोगों से अलग है। उनकी तुलना व्यवसाय और व्यापार करने वाले लोगों ने नहीं की जा सकती है। इसलिए उपभोक्ता फोरम वकीलों से जुड़ी सुनवाई नहीं कर सकता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
consumer courthearing in Supreme Court
Advertisement
Advertisement