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बंगाल में टीएमसी को बड़ा झटका, विधायक तापस रॉय ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले छोड़ी पार्टी

Tapas Roy Quits TMC: पश्चिम बंगाल की बारानगर विधानसभा सीट से विधायक तापस रॉय ने टीएमसी की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। तीन बार विधायक रहे रॉय ने टीएमसी के काम करने के तरीके पर निराशा जताते हुए यह कदम उठाया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले रॉय का टीएमसी छोड़ना पार्टी की प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
02:07 PM Mar 04, 2024 IST | Gaurav Pandey
बंगाल में टीएमसी को बड़ा झटका  विधायक तापस रॉय ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले छोड़ी पार्टी
तापस रॉय ने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया है।

Tapas Roy Quits TMC : पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा झटका लगा है। दरअसल, टीएमसी के विधायक और वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधायक समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि तापस रॉय बारानगर विधानसभा से विधायक थे और साल 2011 से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

इसलिए किया पार्टी छोड़ने का फैसला

रॉय ने कहा कि जिस तरह से पार्टी (टीएमसी) काम कर रही है मैं उससे बहुत निराश हूं। मैं पार्टी और सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के इतने सारे आरोपों से ऊब गया हूं। उन्होंने संदेशखाली मामले को लेकर भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के रुख से नाखुशी जताई थी। पार्टी नेतृत्व को इस्तीफा के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इसकी जानकारी दी। हालांकि, भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

बता दें कि बीती 12 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नागरिक निकाय भर्ती में कथित अनियमितताओं को लेकर उनके परिसरों पर छापेमारी की थी। तब भी रॉय ने इस बात से निराशा जताई थी कि छापेमारी के बाद न तो टीएमसी का कोई नेता और न ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही उनका साथ दिया। वह यह भी कह चुके हैं कि संदेशखाली मामले के आरोपी शाहजहां शेख को लेकर ममता ने अपनी ही बात से पलटने का काम किया है।

ममता बनर्जी को हो सकता है नुकसान

तापस रॉय के इस्तीफे को तृणमूल कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। तीन बार विधायक रहे रॉय टीएमसी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय बचा नहीं है और उससे ठीक पहले उनका यह कदम बंगाल में टीएमसी को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, अगर वह भाजपा में शामिल होने का फैसला करते हैं तो इस राज्य में पैर जमाने की कोशिशें कर रहे भगवा दल को बड़ा फायदा मिल सकता है।

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