whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.

BRS ने विधायकों को दी चूड़ियां-साड़ी पहनने की नसीहत, तो कांग्रेस नेत्री बोलीं- 'जूतों से पीटेंगे'

तेलंगाना में चुनाव हारने के बाद से ही बीआरएस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीआरएस के 10 विधायक अब पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। अब इसको लेकर नया विवाद भी सामने आया है।
12:50 PM Sep 12, 2024 IST | Rakesh Choudhary
brs ने विधायकों को दी चूड़ियां साड़ी पहनने की नसीहत  तो कांग्रेस नेत्री बोलीं   जूतों से पीटेंगे
Telangana BRS MLA Crisis

Telangana BRS MLA Crisis: तेलंगाना में केसीआर की भारत राष्ट्र समिति पार्टी छोड़ने वाले विधायकों को साड़ी और चूड़ियां पहनने को कह रही है। उनके एक नेता ने प्रेस वार्ता कर साड़ी और चूड़ियां दिखाते हुए कहा कि जो नेता पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं उन्हें अपना परिधान बदल देना चाहिए। बता दें बीआरएस के 10 विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

बीआरएस के बाद अब कांग्रेस की महिला नेत्री बंदरू शोभा ने प्रेस वार्ता कर कहा आपने साड़ी और चूड़ियां दिखाईं। मैं आपको जूते दिखाऊंगी। अगर आप महिलाओं का अपमान करेंगे तो हम आपको जूतों से पीटेंगे। बता दें कि बंदरू शोभा महिला सहकारी निगम की अध्यक्ष होने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष हैं।

हाईकोर्ट ने अयोग्यता को लेकर दिया निर्देश

बीआरएस ने सभी 10 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है जो चुनाव के बाद सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस मामले में हाईकोर्ट की एंट्री भी हो चुकी है। सोमवार को हाईकोर्ट ने विधानसभा सचिव को कांग्रेस में शामिल हुए बीआरएस विधायकों की अयोग्यता की मांग वाली याचिका गद्दाम प्रसाद कुमार के सामने रखने को कहा। कांग्रेस में शामिल होने वाले तीन विधायकों में तेलम वेंकट राव, कदियम श्रीहरि और दानम नागेंद्र शामिल हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने चार सप्ताह के भीतर शेडयूल जारी करने को कहा है।

ये भी पढ़ेंः कालिंदी एक्सप्रेस की टक्कर से सिलेंडर क्यों नहीं फटा? फॉरेंसिक रिपोर्ट में 3 चौंकाने वाले खुलासे

केटी रामा राव ने स्पीकर पर साधा निशाना

अदालत के इस फैसले पर बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने कहा कि अदालत का निर्देश लोकतंत्र की जीत है। केटी रामा राव ने एक पोस्ट के जरिए कहा कि अब माननीय अध्यक्ष के पास सदन की पारदर्शिता और पवित्रता बनाए रखने के लिए 4 सप्ताह का समय है। हमने इसके लिए अथक प्रयास किया है। लोगों के जनादेश के साथ अब विश्वासघात नहीं होगा।

ये भी पढ़ेंः हरियाणा में चुनाव से पहले BJP को झटका, पूर्व मंत्री बोले- CM की सुनते तो बगावत न होती

Open in App Tags :
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो