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भारत में क्यों सस्ता होने लगा टमाटर? 22.4 फीसदी तक गिरे दाम; जानें लेटेस्ट रेट

Tomato Latest Rate: टमाटर के दामों में अब पहले के बजाय एक चौथाई तक कमी आई है। सरकार की ओर से रविवार को आधिकारिक बयान जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि 14 नवंबर को टमाटर का औसत खुदरा मूल्य 52.35 रुपये प्रति किलोग्राम रहा है।
04:03 PM Nov 17, 2024 IST | Parmod chaudhary
भारत में क्यों सस्ता होने लगा टमाटर  22 4 फीसदी तक गिरे दाम  जानें लेटेस्ट रेट

Tomato Latest Price: महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब टमाटर के दामों में गिरावट आने लगी है। टमाटर की आपूर्ति बढ़ने से इसकी कीमतों में लगभग एक चौथाई गिरावट दर्ज की गई है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने रविवार को आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि आपूर्ति में सुधार होने की वजह से टमाटर की खुदरा कीमतों में पहले के बजाय अब मासिक आधार पर 22.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। मंत्रालय के अनुसार 14 नवंबर को टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 52.35 रुपये प्रति किलोग्राम रहा। जबकि 14 अक्टूबर की बात की जाए तो औसत मूल्य 67.50 रुपये प्रति किलोग्राम था। दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर की आवक में जबरदस्त इजाफा हुआ है। जिसके कारण थोक कीमतों में 50 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है।

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अब टमाटर के दाम 5883 रुपये से घटकर 2969 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। टमाटर के मुख्य बाजार मदनपल्ले (आंध्र प्रदेश), पिंपलगांव (महाराष्ट्र) और कोलार (कर्नाटक) में भी कीमतों में कमी दर्ज की गई है। कोलार और मदनपल्ले के बाजार में अभी टमाटर की आवक कम हो रही है। लेकिन अब गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से टमाटर की आवक आनी शुरू हो चुकी है। जिसके कारण मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ी है। जिसका सीधा असर कीमतों पर हो रहा है।

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इस बार पैदावार बढ़ने का अनुमान

मंत्रालय के अनुसार मौसम की अनुकूल स्थिति के कारण इस बार टमाटर की बंपर पैदावार होने का अनुमान है। किसान सीधे मंडियों में टमाटर सप्लाई कर रहे हैं। 2023-24 वित्त वर्ष में टमाटर का उत्पादन 4 फीसदी बढ़कर 213.20 लाख टन हो सकता है। वहीं, थोक मूल्य सूचकांक महंगाई अक्टूबर में 2.36 फीसदी तक बढ़ी है। पिछले चार महीने में यह अक्टूबर में अधिक दर्ज की गई है। खाने की चीजों, सब्जियों आदि के दाम बढ़ने के कारण थोक मुद्रास्फीती में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सितंबर में मुद्रास्फीती की दर 1.84 के स्तर पर थी। वहीं, अक्टूबर 2023 में यह जीरो से 0.26 प्रतिशत के स्तर पर थी।

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