ट्रेन सिलेंडर से टकराई...उड़ाने की साजिश! रेलवे में मचा हड़कंप; कानपुर में प्रयागराज जा रही थी कालिंदी एक्सप्रेस

Train Accident in Kanpur: कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को धमाके में उड़ाने की साजिश रची गई है। गनीमत रही कि पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर हादसा होने से बचा लिया। रेल मंत्रालय ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं, आइए जानते कि आखिर मामला क्या है?

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Kanpur Kalindi Express Train Accident

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Kalindi Express Collision With Cylinder: एक और ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई, लेकिन गनीमत रही कि बड़ा हादसा होने से बच गया। जी हां, बीते दिन जहां छत्तीसगढ़ के बक्सर में मगध एक्सप्रेस 2 टुकड़ों में बंट गई थी। वहीं देररात उत्तर प्रदेश के ही कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश की गई। ट्रेन के रास्ते में ट्रैक पर एक सिलेंडर और पेट्रोल बम रखा था।

ट्रेन सिलेंडर से टकरा गई और जोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज सुन लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया, लेकिन अगर ट्रेन पलट जाती तो 500 से ज्यादा लोगों की लाशें पटरी पर बिछती। इस हादसे के कारण रेलवे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस और RPF-GRP को हादसास्थल से कई संदिग्ध चीजें मिली हैं।

 

पटरी पर पेट्रोल, माचिस और झोला मिला

RPF कन्नौज के इंस्पेक्टर ओपी मीणा ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि कालिंदी एक्सप्रेस कानपुर से प्रयागराज जाने के लिए निकली थी कि अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच किसी चीज से टकरा गई और जोरदार धमाका हुआ। पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी और उतरकर देखा तो मौके पर कुछ नहीं मिला।

किसी अनहोनी की आशंका से उसने स्टेशन मास्टर, रेलवे अधिकारियों, GRP-RPF को सूचना दी। जांच टीमें मौके पर पहुंची और तलाशी ली तो ट्रेन से 200 मीटर दूर पटरी पर एक LPG सिलेंडर मिला। पटरियों पर ही पेट्रोल से भरी एक बोतल, माचिस और एक झोला भी रखा था। पटरी पर लोहे की चीज से रगड़ के निशान भी मिले हैं। ट्रेन करीब 25 मिनट खड़ी रही और इसकी तलाशी लेने के बाद ही आगे रवाना किया गया।

 

पिछले महीने भी हो चुके 2 ऐसे ही घटनाक्रम

इज्जतनगर मंडल पूर्वोत्तर रेलवे के PRO राजेंद्र सिंह के अनुसार, CCTV कैमरों की फुटेज में 2 अज्ञात व्यक्ति पटरियों के आस-पास मिले, जिन्हें हिरासत में ले लिया गया है। इससे पहले 16 अगस्त को भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। कानपुर-झांसी रूट पर दौड़ रही साबरमती एक्सप्रेस डिरेल हुई थी। 20 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए थे। रेलवे ने उस मामले में भी कोई साजिश होने की बात कही गई थी और इस मामले में साजिश की बात कही जा रही है।

हालांकि पुलिस साजिश से इनकार कर रहा है, लेकिन रेलवे साजिश वाले दावे पर अड़ा है। 23 अगस्त की रात को भी फर्रुखाबाद में अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर पटरियों पर लकड़ी का मोटा टकड़ा रखा मिला था, जिससे कासगंज-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस टकराई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 युवक दबोचे थे, जिन्होंने माना कि उन्होंने शराब के नशे में उसे पटरियों पर रख दिया था। ऐसे में पुलिस तीसरी घटना को काफी गंभीरता से लेकर जांच कर रही है।

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