साबरमती ट्रेन हादसे की असली वजह आई सामने; 25 डिब्बे पटरी से उतरे, जानें क्या बोले अधिकारी?
Sabarmati Express Derail Inside Story: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आज सुबह करीब 3 बजे हुए ट्रेन हादसे की वजह सामने आ गई है। लोको पायलट ने हादसे के बारे में जानकारी देते हुए ट्रेन डिरेल होने का कारण बताया। ADM सिटी कानपुर राकेश वर्मा ने भी हादसे पर बयान दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान भी सामने आया है। हादसे का कारण बोल्डर से टक्कर बताई जा रही है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पटरी पर कोई चीज रखी थी, जिससे ट्रेन की जोरदार टक्कर हुई और वह इंजन समेत पटरी से उतरती चली गई। करीब 25 डिब्बे पटरी से उतरे और यात्रियों में चीख पुकार मची। गनीमत रही कि किसी पैसेंजर की मौत नहीं हुई। कुछ यात्रियों को चोटें लगी हैं, जिन्हें हादसास्थल पर ही प्राथमिक उपचार दे दिया गया।
लोको पायलट और रेल मंत्री ने बताई वजह
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वाराणसी से अहमदाबाद जा रही ट्रेन नंबर 19168 साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। हादसा कानपुर से 11 किलोमीटर दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच हुआ है। नॉर्थ सेंट्रल रेलवे और लोको पायलट ने हादसे का कारण ट्रेन का बोल्डर से टकराना बताया है। बोल्डर से टकराते हुए इंजन का बैलेंस बिगड़ा और उसके साथ-साथ पूरी ट्रेन पटरी से उतरती चली गई। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी ट्वीट किया है कि साबरमती एक्सप्रेस का इंजन ट्रैक पर रखी किसी चीज से टकरा गया और पूरी ट्रेन पटरी से उतर गया। ट्रेन के इंजन पर जोरदार चोट लगने के निशान देखे गए हैं। बोल्डर से टक्कर होने के सबूत सुरक्षित हैं। IB और उत्तर प्रदेश पुलिस तैनात है। यात्रियों और कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। DRM दीपक सिंह ने भी कहा है कि ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले यात्रियों ने टकराने की आवाज सुनी थी। हादसे की गहन जांच होगी।
हेल्पलाइन नंबर जारी, रद्द की गई ट्रेनें
ADM सिटी कानपुर राकेश वर्मा ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के बारे में पता लगते ही कई ट्रेनों के रूट बदले गए और कई ट्रेनें रद्द भी की गईं। कानपुर से बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश जाने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। करीब 25 कोच उतरे हैं, लेकिन कोई पैसेंजर घायल नहीं हुआ है। सभी यात्रियों को बसों से रेलवे स्टेशन भेजा गया है। मेमो ट्रेन भी बुलाई गई है। शुरुआती जांच में पटरी को नुकसान पहुंचने के सबूत नहीं मिले है, लेकिन 16वें कोच के पास ट्रेन के लॉक टूटे हुए पड़े मिले।