'डिजिटल मीडिया से दूरदराज के गांवों तक पहुंचीं देश-दुनिया की खबरें', राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह पर बोले अश्विनी वैष्णव
Ashwini Vaishnaw On National Press Day Celebration 2024 : लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया को कहा जाता है, जो जनमत को आकार देने, विकास को गति देने और सत्ता को जवाबदेह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सालों से मीडिया लोगों के हितों की रक्षा करने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है। समाज में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की आवश्यक भूमिका का सम्मान करते हुए हर साल 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह 2024 को संबोधित किया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि समाज में मीडिया की अहम भूमिका है। दुनिया और समाज के विचार मीडिया के प्रति बदले हैं। मीडिया की सबसे बड़ी चुनौती समाज से सही और तथ्य आधारित न्यूज निकालना है। मीडिया ने प्रेस की आजादी के लिए लंबी लड़ाई लड़ी- पहला ब्रिटिश रूल्स के दौरान तो दूसरा 1975 में इमरजेंसी के दौरान।
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देश में 35000 डेली न्यूज पेपर
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने 25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया। लोगों को इतिहास नहीं भूलना चाहिए। लोकतंत्र को संरक्षित रखने में मीडिया का अहम रोल है। भारत में जीवंत प्रेस है। देश में 35 हजार डेली न्यूज पेपर और एक हजार न्यूज चैनल्स रजिस्टर हैं। डिजिटल के माध्यम से भी करोड़ों लोगों तक न्यूज पहुंच रही है।
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तेजी से बढ़ रहा डिजिटल मीडिया
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में डिजिटल मीडिया तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके जरिए कई मिसलीडिंग और फेक न्यूज भी आ रही है, जोकि समाज और देश के लिए बड़ा खतरा है। मीडिया का काम लोगों को जागरूक करना है। अब बड़ा सवाल उठता है कि फेक न्यूज के लिए कौन जिम्मेदार है? आज दूरदराज गांवों में रहने वाले भी लोग मोबाइल से देश-दुनिया की खबरों से अपडेट रहते हैं। ऐसे में डिजिटल मीडिया को तथ्य आधारित कंटेंट परोसना चाहिए।