अस्पताल बना मंडप, बाराती बने डॉक्टर... फिर पंडित जी ने मंत्रोच्चारण कर करा दी प्रेमी-प्रेमिका की शादी
अमर देव पासवान
Unique Marriage In Durgapur Bengal: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल सुर्खियों में है, क्योंकि इस अस्पताल के मैंनेजमेंट ने काम ही कुछ ऐसा किया है, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। सोशल मीडिया पर अस्पताल प्रशासन के द्वारा उठाए गए इस कदम की लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से भर्ती सूचरिता पात्र नाम की एक युवती जॉन्डिस की बीमारी से जूझ रही थी। उसकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही थी, जिस वजह से वह काफी घबराई हुई थी। इससे सूचरिता के माता-पिता भी काफी चिंतित थे।
सूचरिता ने प्रेमी से शादी करने की जताई इच्छा
सूचरिता को लगा कि वह इस बीमारी को ज्यादा झेल नहीं पाएगी। ऐसे में उसने हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले अपने प्रेमी अमित मुखर्जी से फोन पर बात की और उसे अपनी हालात के बारे में बताया। उसने अमित से शादी करने की इच्छा भी जताई, जिसे अमित ने स्वीकार कर लिया। वह अपना सारा काम छोड़कर दुर्गापुर पहुंचा और अस्पताल में भर्ती अपनी प्रेमिका से मिला। इसके बाद उसने सूचरिता के परिजनों से मिलकर शादी की तैयारियां शुरू कर दी। उसने अपने परिजनों को भी दुर्गापुर बुला लिया। ऐसे में सूचरिता की हालत को देख डॉक्टरों ने उसे अस्पताल से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी।
अस्पताल में हुई प्रेमी-प्रेमिका की शादी
इस बीच, सूचरिता ने अस्पताल प्रशासन से मांग की कि वह अस्पताल में ही उनकी शादी करवाने की व्यवस्था करें। अस्पताल प्रशासन ने सोच-विचार कर सूचरिता के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। फिर तब क्या था, अस्पताल शादी के मंडप में तब्दील हो गया और अस्पताल के कर्मचारी से लेकर तमाम डॉक्टर सूचरिता और अमित के विवाह में बाराती बन गए। अस्पताल के आइसीयू रूम में भर्ती सूचरिता की अमित के साथ पुरोहित द्वारा मंत्रोच्चार से विवाह कराया गया। हालांकि इस दौरान अस्पताल में शोर शराबा नहीं देखा गया। बेहद शांतिपूर्ण तरीके से विवाह की तमाम रस्म को पूरा किया गया।
दुर्गापुर में हुई थी दोनों की मुलाकात
अमित ने बताया कि सूचरिता से उनकी मुलाकात दुर्गापुर में हुई थी। पहली मुलाक़ात में ही वह सूचरिता को दिल दे बैठे थे। उन्होंने कहा कि सूचरिता और वह नोएडा में एक ही कंपनी मे काम करते थे। सूचरिता पिछले कई महीनों से दुर्गापुर अपने घर आई थी। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उनकी शादी कुछ इस तरह से होगी, पर जो होता है, वह अच्छे के लिए होता है। उन्होंने कहा कि वह इस शादी से बहुत खुश हैं।
बेटी की इच्छा को पिता ने किया पूरा
वहीं, सूचरिता के पिता सुब्रत पात्र ने कहा कि वह मूल रूप से बांकूड़ा के रहने वाले हैं, लेकिन पावर प्लांट मे काम करने की वजह से उनको दुर्गापुर मे रहना पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी की अमित से शादी करने की इच्छा थी। ऐसे में वह अपनी बेटी की इच्छा पूरी करने के लिए उनसे जितना बन पाया, उन्होंने किया।
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बेटी के ससुरालवालों ने किया काफी सहयोग
सुब्रत पात्र ने यह भी बताया कि उनकी बेटी के ससुराल वालों ने भी उनका काफी सहयोग किया, नहीं तो यह विवाह संभव नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि यह विवाह अपने आप में अनोखा है। ऐसा विवाह न तो उन्होंने जीवन में देखा है और न ही सुना है। आज अस्पतास प्रशासन के सहयोग से संभव हो पाया है।
'मैं शादी से बहुत खुश हूं'
सूचरिता ने बताया कि वह जॉन्डिस से पीड़ित है। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी शादी हुई है। वह इस शादी से बहुत खुश हैं।