चमत्कार! वायनाड में मलबे से 4 दिन बाद जिंदा निकले 4 लोग, अब तक 308 मौतें
Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में 30 जुलाई की सुबह हुई लैंडस्लाइड में अब तक मरने वालों का आंकड़ा 308 हो चुका है। हादसे को 4 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब भी मलबे को हटाकर लापता लोगों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही सेना को आज मलबे से 4 लोग जिंदा मिले हैं। इनमें 2 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। जानकारी के अनुसार ये लोग वायनाड के पदावेट्टी कुन्नू इलाके से बचाए गए हैं।
सेना से मिली जानकारी के अनुसार चारों को बचाने के लिए बेहद ही सावधानी रखी गई और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान सेना के एडवांस हेलीकाॅप्टर भी घटनास्थल पर मौजूद थे। बचाई गई एक महिला के पैर में चोट लगी है, उसे इलाज के लिए हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
Death toll due to rain-induced landslide in Kerala's Wayanad district crosses 250, relief and rescue operations continue on war footing#Waynad #WaynadLandslide #kerala pic.twitter.com/ejgYifLDZ5
— SomeshPatel (@SomeshPatel_) August 2, 2024
40 टीमें रेस्क्यू में जुटी
बता दें हादसे में अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सेना को अब तक 195 लोगों के शव मिले हैं। बाकी लोगों के मौत की पुष्टि उनके बाॅडी पार्ट्स से की गई है। ऐसे में 105 लोगों के शव के बाॅडी पार्ट्स अब तक बरामद किए गए हैं। उनकी मौत भी कंफर्म हो चुकी है। इस ऑपरेशन में सेना, नेवी और एयरफोर्स की 40 टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं।
#WayanadLandslide
‘Silent Warriors on Duty’In #Wayanad, three search and rescue Labrador dogs of #IndianArmy named JAKI, DIXIE & SARA are operating relentlessly on duty. These extraordinary canines, driven by an unwavering commitment to their mission and equipped with an… pic.twitter.com/WVKQfvKrIr
— Southern Command INDIAN ARMY (@IaSouthern) August 2, 2024
विशेषज्ञ और ड्रोन सिस्टम पहुंचेंगे वायनाड
रेस्क्यू को और प्रभावी बनाने के लिए घटनास्थल को 6 अलग-अलग भागों में बांटने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि इस संबंध में अभी सेना या केरल सरकार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। इसके अलावा एयरफोर्स के विमान सी-130 के जरिए विशेषज्ञों और ड्रोन सिस्टम को भी वायनाड ले जाया जाएगा। ताकि मिट्टी के नीचे फंसे लोगों की लोकेशन पता लगाई जा सके।
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तीनों सेनाओं के अलावा एनडीआरएफ, डीएसजी की टीमें भी खोजी अभियान में जुटी है। हर टीम के साथ स्थानीय लोग और एक वन विभाग का कर्मचारी है। इसके अलावा पुलिस बल के गोताखोरों की मदद भी ली जा रही है। वहीं हेलीकाॅप्टर के जरिए भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके साथ ही तलाशी अभियान में 6 कुत्तों की मदद भी ली जा रही है।
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