मुद्रगड़ा पद्मनाभम ने क्यों बदला नाम? जानें डिप्टी CM पवन कल्याण से क्या है कनेक्शन?
South Superstar Pawan Kalyan: राजनीति में चैलेंज आम बात है। नेता प्रतिद्वंद्वियों को लेकर कई बार चैलेंज करते हैं। बाद में आसानी से पलट भी जाते हैं। क्योंकि राजनीति में सिर्फ अपना फायदा देखा जाता है। कहा जाता है कि नेता अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अब बात करते हैं आंध्र प्रदेश के एक पूर्व मंत्री की। जिन्होंने अपना चैलेंज पूरा कर लिया है। YSRCP नेता मुद्रगड़ा पद्मनाभम ने साउथ के सुपरस्टार पवन कल्याण को चैलेंज किया था। हालांकि वे अपनी शर्त नहीं जीत पाए, लेकिन चैलेंज पर कायम हैं। जनसेना पार्टी के नेता पवन कल्याण न केवल चुनाव में जीते, बल्कि आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम बन चुके हैं।
YSRCP नेता मुद्रगड़ा पद्मनाभम ने कहा था कि अगर वे चुनाव जीते तो अपना नाम ही बदल लेंगे। अब पूर्व मंत्री ने अपना नाम बदल लिया है। वजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वरिष्ठ नेता मुद्रगदा पदमनाभम ने कहा है कि उन्होंने अपना नाम बदल लिया है। अपना नाम अब ‘पदमनाभा रेड्डी’ रख लिया है। 70 वर्षीय मुद्रगदा पदमनाभम ने विस चुनावों में प्रचार के दौरान कहा था कि अगर पवन जीते तो वे अपना नाम बदल लेंगे।
पीथापुर से चुनाव जीत चुके हैं पवन कल्याण
पवन कल्याण ने पीथापुरम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा है। इससे पहले पवन को मुद्रगदा पदमनाभम ने हराने की चुनौती दी थी। रेड्डी ने अब प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि किसी ने उनको नाम बदलने के लिए फोर्स नहीं किया है। उन्होंने अपनी इच्छा के अनुसार ही नाम बदला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनसेना प्रमुख के प्रशंसकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है।
रेड्डी ने आरोप लगाया कि जो लोग पवन कल्याण के प्रशंसक हैं, वे उनके साथ गालीगलौज कर रहे हैं। लगातार उनको अपशब्द कहे जा रहे हैं। जो बिल्कुल भी सही नहीं है। गाली देने के बजाय मुझे और मेरे परिवार को खत्म ही कर दो। बता दें कि रेड्डी कापू समुदाय से आते हैं। रेड्डी ने कापू समुदाय को आरक्षण देने के लिए भी अभियान चलाया था। चुनाव से कुछ समय पहले ही उन्होंने YSRCP का दामन थामा था।