2036 तक 61 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार... टूरिज्म सेक्टर में आएगा जबरदस्त बूम: रिपोर्ट
Jobs in Tourism Sector: भारत में टूरिज्म तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में आने वाले समय में इस सेक्टर में बहुत सी जॉब आने वाली हैं। 18वें वार्षिक CII पर्यटन शिखर सम्मेलन में बताया गया कि भारत के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर 2034 तक 61 लाख नए रोजगार का सृजन करने वाला है, जिसमें व्यय 1.2 गुना बढ़ने का अनुमान है। रोजगार और आर्थिक गतिविधि में यह उछाल भारत के भविष्य के विकास में मददगार होगा। बता दें कि यह देश में इस सेक्टर की बढ़ती महत्ता का संकेत देता है। बता दें कि टूरिज्म सेक्टर भारत में फिलहाल कुल रोजगार में 8% का योगदान देता है। मगर आने वाले समय में ये इंडस्ट्री तेजी से विकास करने की तैयारी में है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
रिपोर्ट में मिली जानकारी
इस जानकारियां भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और EY द्वारा 18वें वार्षिक CII पर्यटन शिखर सम्मेलन में जारी किए गए' Employment Landscape in Tourism and Hospitality in India' नामक एक पेपर में आई हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि महामारी के बाद इस सेक्टर पर ज्यादा ध्यान दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि रोजगार सृजन में पुरुषों के लिए 46 लाख और महिलाओं के लिए 15 लाख नौकरियां शामिल होंगी। रिपोर्ट में बताया गया कि बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग, सस्टेनेबल टूरिज्म और कस्टमर सर्विस जैसे एरिया में विशेष स्किल की जरूरतों पर भी जोर दिया जाएगा।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए रिपोर्ट में कुछ सुझाव भी दिए गए हैं, जिसमें प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए गेमीफाइड लर्निंग सिस्टम, उद्योग संघों के सहयोग से क्लियर कैरियर एडवांसमेंट पाथवे बनाना और स्किल और ट्रेनिंग को मानकीकृत करने के लिए पर्यटन मंत्रालय के तहत एक टास्क फोर्स बनाने शामिल हैं।
2036 तक 61.31 लाख जॉब
आगे रिपोर्ट में बताया गया कि इंडस्ट्री में बढ़ती टूरिज्म एक्टिविटी को पूरा करने के लिए 2036-37 तक 61.31 लाख अधिक कर्मचारियों की जरूरत होगी। इसके कारण आने वाले समय में रोजगार बढ़ेंगे। रिपोर्ट में रोजगार के रुझानों पर नजर रखने के लिए पर्यटन रोजगार सूचकांक (TEI) भी पेश किया गया है और इसमें सीजनल वर्कफोर्स की मांगों को संबोधित करने में गिग इकोनॉमी की भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्टैक्चर (DPI) को इंट्रीग्रेटेड करके और मेडिकल टूरिज्म और कम्युनिटी-ड्रिवेन प्रोग्राम जैसे नए अवसरों का लाभ उठाकर, यह क्षेत्र ग्लोबल लीडर के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकता है।