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कितनी तीव्रता का भूकंप खतरनाक? जब ताश के पत्तों की तरह गिरने लगती हैं इमारतें

Earthquake Reacter Scale and Magnitude: तिब्बत, नेपाल और भारत में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इससे कई लोग डरे हुए हैं। तो आइए जानते हैं कि कितनी तीव्रता वाला भूकंप लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है?
09:40 AM Jan 07, 2025 IST | Sakshi Pandey
कितनी तीव्रता का भूकंप खतरनाक  जब ताश के पत्तों की तरह गिरने लगती हैं इमारतें

Earthquake Reacter Scale and Magnitude: आज यानी मंगलवार की सुबह धरती अचानक से कांपने लगी। भारत समेत 3 देशों में भूकंप के भयंकर झटके महसूस किए गए। ईरान, तिब्बत और भारत में भूकंप की खबर सामने आई है। भूकंप की तीव्रता 3-7 रिएक्टर स्केल रही है। यही वजह है कि भूकंप के इन झटकों से किसी की जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। मगर धरती का कंपन देखने के बाद हर कोई डरा सहमा बैठा है। तो आइए जानते हैं कि आखिर कितनी तीव्रता वाले भूकंप में इमारतों के गिरने का खतरा रहता है।

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कहां-कितनी तीव्रता से आता है भूकंप?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। वहीं नेपाल में भूकंप की तीव्रता 7.1 रहा। भारत के बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए। ऐसे में कई लोगों को डर सताने लगा कि कहीं इमारतें ताश के पत्तों की तरह न ढह जाएं। हालांकि गनीमत यह रही कि भूकंप की तीव्रता काफी कम थी। तो आइए जानते हैं कितने कितनी तीव्रता से भूकंप आने पर जानमाल की नुकसान का डर रहता है।

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भूकंप क्यों आता है?

धरती के भीतर मौजूद 7 बड़ी प्लेट्स हमेशा घूमती रहती हैं। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं और इस जगह को फॉल्ट लाइन कहा जाता है। फॉल्ट लाइन पर ज्यादा दबाव पड़ने से अक्सर प्लेट्स का कमजोर हिस्सा टूट जाता है, जिससे धरती पर भूकंप महसूस होता है। भूकंप का केंद्र धरती में जितनी ऊपर होता है, उतनी ही ज्यादा तबाही होने की संभावना रहती है।

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रिएक्टर स्केल क्या होता है?

भूकंप की तीव्रता नापने के लिए रिएक्टर स्केल का इस्तेमाल होता है। साल 1935 में अमेरिकी वैज्ञानिक चार्ल्स रिएक्टर और बेनो गुटरबर्ग ने इसकी खोज की थी। रिएक्टर स्केल लॉगरिथम पर काम करता है। रिएक्टर स्केल में 0-10 तक के अंक लिखे होते हैं। ऐसे में रिएक्टर स्केल के अनुसार भूकंप की न्यूनतम तीव्रता 0 और अधिकतम तीव्रता 10 हो सकती है।

रिएक्टर स्केलकितना असर
0-1.9हल्का भूकंप महसूस होता है।
2-2.9भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
3-3.9भूकंप आने पर जोर का झटका लगता है।
4-4.9घरों की खिड़कियों को नुकसान पहुंच सकता है।
5-5.9पंखे हिलने लगते हैं।
6-6.9इमारतों को नुकसान हो सकता है।
7-7.9घर गिरने की संभावना अधिक हो जाती है।
8-8.9बड़े पुल धराशायी हो जाते हैं।
9 से ज्यादाभूकंप से भयंकर तबाही देखने को मिलती है।

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