ऑफिस में 5 तरह के टॉक्सिक लोगों की कैसे करें पहचान
Toxic Coworkers Signs: कभी-कभार ऑफिस में कुछ ऐसे टॉक्सिक इंसान मिल जाते हैं, जिनको हैंडल करना बहुत मुश्किल होने के साथ-साथ हम उनकी पहचान भी नहीं कर पातें हैं। अमेरिका के पेनिसिल्वेनिया में स्थित गेटीजबर्ग कॉलेज की एक स्टडी के अनुसार, व्यक्ति अपनी लाइफ के 90 हजार घंटे ऑफिस में बिताता है। यानी की पूरी लाइफ के 3750 दिनऑफिस में बितते हैं।
हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू की वर्ष 2017 की एक स्टडी के मुताबिक, एक व्यक्ति के मेंटल और फिजीकल हेल्थ को भी प्रभावित करती है। ऑफिस में हर तरह के लोग होते हैं। कई बार ऐसे लोगों से भी सामना करना पड़ता है, लेकिन उससे पहले टॉक्सिक लोगों की सही समय पर पहचान करना बहुत जरूरी है।
लगातार शिकायत करने वाला
इस सहकर्मी को पहचानना बहुत आसान है क्योंकि, जैसा कि नाम से पता चलता है, वे हमेशा शिकायत करते रहते हैं। जो व्यक्ति लगातार शिकायत करता है, उसे वर्कप्लेस पर उसकी बात सुनने को नहीं मिलती, जो एक गंभीर समस्या है। हालांकि, कभी-कभार अपनी निराशा व्यक्त करना या किसी सहकर्मी से समर्थन मांगना समझ में आता है, लेकिन बार-बार नेगेटिविटी दोनों पक्षों पर हावी हो सकती है।
चुगलखोर
हममें से बहुत से लोग अपने सहकर्मियों के बारे में गपशप करते हैं जब हम ऑफिस से बाहर होते हैं, लेकिन एक सहकर्मी जो अपने सहकर्मियों के बारे में कभी-कभार बातचीत करता है (जो पहले से ही हानिकारक हो सकता है) जब वह रेगुलर बेस्ड पर अपनी पीठ पीछे अन्य लोगों के बारे में बात करता है तो वह संभावित रूप से जहरीला गपशप करने वाला बन जाता है। यह व्यक्ति अपने सहकर्मियों के बारे में अफवाहें फैला सकता है।
श्रेय चुराने वाला
आप एक बैठक में एक आशाजनक रणनीति या एक व्यावहारिक टिप्पणी साझा करते हैं, लेकिन कोई भी आपकी बात नहीं सुनता, प्रभावित होने की तो बात ही छोड़िए। फिर कोई अन्य व्यक्ति कुछ मिनट बाद उसी विचार को दोहराता है और पहले इसे बढ़ाने का श्रेय आपको दिए बिना खुद प्रशंसा में डूब जाता है। ऐसे लोगों से दूर रहें।
लगातार नेगेटिव करने वाले
टॉक्सिक सहकर्मी अक्सर लगातार नकारात्मक रवैया प्रदर्शित करते हैं। वे अक्सर शिकायत करते हैं, दूसरों की आलोचना करते हैं और शायद ही कभी कोई समाधान पेश करते हैं। उनकी नकारात्मकता टीम के मनोबल पर असर डाल सकती है और सकारात्मक कार्य वातावरण में बाधा डाल सकती है।
बिहेवियर को कमजोर करना
व्यवहार को कमजोर करना टॉक्सिक लोग डायरेक्ट रूप से कमजोर करने वाले व्यवहार में मिले हो सकते हैं। इसमें दूसरों के काम का श्रेय लेना, अफवाहें फैलाना या जानबूझकर टीम के सदस्यों को महत्वपूर्ण चर्चाओं से बाहर करना शामिल हो सकता है।
ये भी पढ़ें- बच्चे को लूज मोशन होने पर दवा से ज्यादा काम आएंगी 5 बातें, कोसों दूर रहेंगी बीमारियां