रजिया बनी रानी, रज्जाक बना रोहित…इंदौर में 20 मुस्लिमों ने अपनाया हिंदू धर्म, एकसाथ की 'घर वापसी'
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर में 20 लोगों ने एक साथ मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है। खजराणा के गणेश मंदिर में एकसाथ इन लोगों ने घर वापसी की है। इससे पहले पूजा पाठ और हवन करवाया गया, जिसके बाद इन लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया। मौके पर विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। इन लोगों में शामिल 58 साल की जमीन बी अब जमना बाई, 34 साल की नीलोफर शेख अब निकिता और अक्षा शेख अब आकांक्षा बन चुकी हैं। वहीं, रज्जाक ने अपना नया नाम रोहित रख लिया है। जिन लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया है, ये लोग कई दिन से विहिप कार्यकर्ताओं के संपर्क में थे।
कट्टरता नहीं थी पसंद, इसलिए किया फैसला
शुक्रवार को पहले यज्ञ हुआ, बाद में गंगाजल का छिड़काव करके गणेश पूजन करवाया गया। जिसके बाद विहिप के कार्यकर्ताओं ने सभी लोगों की घर वापसी करवाई। जिन लोगों ने मुस्लिम धर्म छोड़ा है, उनमें नीमच, मंदसौर, चंदन नगर और खजराणा के लोग हैं। अंजुम शाह अब आरती, मुबारक अब मनीष, अबरार अब अभिषेक, रईस खान अब अर्पित और रईस अब राजू बन गए हैं। वहीं, सुराया बी अब पूजा, कालू खान अब करूंलाल, मेहरून बी अब ममता, जालिम बी अब जानवी और रुकैया ने अपना नाम रुक्मिणी रख लिया है। जाकिर अब राहुल, शमीम शाह अब शानू और रजिया अब रानी के नाम से जाने जाएंगे।
इन लोगों का कहना है कि मुस्लिम धर्म में हलाला और तीन तलाक जैसी प्रथाएं हैं। यह कट्टरता उनको पसंद नहीं थी। अगर ये लोग इसका विरोध करते थे तो सामाजिक बहिष्कार किया जाता था। लेकिन हिंदू धर्म में पूरी आजादी है। चाहे महिला हो या पुरुष, गरीब हो या अमीर, सबको समान माना जाता है। इन लोगों ने जिला सचिवालय में एक आवेदन पत्र भी दिया है। सभी लोगों ने हिंदू बनने पर खुशी जाहिर की है।