CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान, बोले- पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी आपातकाल की संघर्ष गाथा
CM Mohan Yadav Big Announcement: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोकतंत्र सेनानियों के प्रादेशिक सम्मेलन में भाग लिया। वहां उन्होंने सबसे पहले नानाजी देशमुख और जयप्रकाश नारायण की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि आपातकाल की संघर्ष गाथा पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी। आपातकाल के दिनों के दर्द को वर्तमान पीढ़ी से अवगत करवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निवास मुख्यमंत्री का निवास नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक भाग है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सेनानी मुख्यमंत्री निवास पधारे, यह उनका सौभाग्य है।
सीएम मोहन का संबोधन
सीएम मोहन यादव ने कहा कि संबोधन के दौरान कहा कि राज्य सरकार द्वारा के लोकतंत्र सेनानियों को सर्किट हाऊस और विश्राम गृह में 3 दिन तक रूकने की सुविधा दी जाएगी। साथ ही उन्हें किराये में 50 प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी। इसके अलावा जिन लोकतंत्र सेनानियों को अब तक ताम्रपत्र प्राप्त नहीं हुए हैं, उन्हें जल्द ही ताम्रपत्र प्रदान दिए जाएंगे। साथ ही जिन लोकतंत्र सेनानियों आयुष्मान कार्ड द्वारा इलाज पर हुए खर्चे के भुगतान कलेक्टर की तरफ से 3 महीने में हो जाएगा।। इसके साथ ही लोकतंत्र सेनानियों को पास दिखाने पर टोल नाकों पर भी छूट रहेगी।
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लोकतंत्र सेनानियों को मिलेगी यह खास सुविधा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में आरंभ एयर टैक्सी सुविधा के किराए में भी लोकतंत्र सेनानियों को 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। लोकतंत्र सेनानियों की राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंत्येष्ठी की जाएगी। इसके अलावा अंत्येष्ठी के समय दी जाने वाली 8 हजार रुपये की राशि को 10 हजार रुपये किया जाएगा। लोकतंत्र सेनानियों के परिवार के सदस्यों को उद्योग धंधे लगाने अथवा अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी।