सिंहस्थ 2028 के लिए मुख्यमंत्री यादव ने बुलाई अहम बैठक, उज्जैन-इंदौर संभाग में आध्यात्मिक विकास करने का निर्देश
CM Mohan Yadav Simhastha-2028 Meeting: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को मंत्रालय में सिंहस्थ-2028 की प्रस्तावित कार्ययोजना को लेकर एक बैठक की। इस बैठक को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने सिंहस्थ-2028 के लिए प्रदेश के खंडवा स्थित दादा धूनी वाले समेत नलखेड़ा, भादवामाता, पशुपतिनाथ मंदसौर, ओंकारेश्वर तक लोगों के लिए उज्जैन-इंदौर संभाग को धार्मिक-आध्यात्मिक सर्किट तौर पर विकसित करने के लिए काम करने को कहा है। बता दें कि इस बैठक में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, नगरीय विकास और आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, मुख्य सचिव वीरा राणा और पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि 'सिंहस्थ-2028' के लिए आसपास के जिलों के धार्मिक स्थलों जैसे पशुपतिनाथ मंदसौर, खंडवा स्थित श्री दादाजी धूनी वाले, भादवामाता नीमच, नलखेड़ा, ओंकारेश्वर आदि तक सुगम आवागमन और उनके अधोसंरचना सुधार को सम्मिलित करते हुए समग्र धार्मिक,… https://t.co/ku7nH9Gwce
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 5, 2024
मुख्यमंत्री मोहन यादव का निर्देश
इस बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सिंहस्थ-2028 के लिए मेला क्षेत्र को विकसित करने के लिए मंत्रियों और अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। इस बैठक में सीएम यादव ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि क्षिप्रा नदी के घाटों का जल्द से जल्द विस्तार किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन घाटों पर स्नान कर सकें। इसके साथ ही सीएम यादव ने कहा कि सिंहस्थ-2028 में आने वाले लोगों की संख्या का अनुमान लगाकर उज्जैन के रास्तों पर मूलभूत सुविधाओं समेत गेस्ट हाउस विकसित किया जाए।
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सिंहस्थ महापर्व 2028 की तैयारी
बता दें कि साल 2028 में 27 मार्च से लेकर 27 मई तक सिंहस्थ महापर्व चलेगा। वहीं 9 अप्रैल से 8 मई के बीच में 3 शाही स्नान और 3 शाही स्नान होंगे। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सिंहस्थ महापर्व में लगभग 14 करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं। इसी लिए राज्य सरकार ने सिंहस्थ-2028 प्रारंभिक कार्ययोजना बनाई है। इसमें 19 विभागों से जुड़े 18,840 करोड़ के 523 कार्य प्रस्तावित हैं।