फैक्ट्री में 1800 नहीं...4000 करोड़ के ड्रग्स थे; मध्य प्रदेश में नशा तस्करी केस में बड़ा खुलासा
MP Drug Smuggling Case Update: मध्य प्रदेश के ड्रग्स फैक्ट्री के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। ऐसी खबर है कि इस फैक्ट्री में 1800 नहीं बल्कि 4 हजार करोड़ के ड्रग्स थे। दरअसल, फैक्ट्री में मौजूद 2200 करोड़ के ड्रग्स अपनी मेकिंग के आखिरी प्रोसेस के लिए बचे हुए थे। 2200 करोड़ के ये ड्रग्स मशीन में थे। इस मामले में पुलिस ने अब तक कुल 3 आरोपियों हरीश अंजाना, सान्याल बाने और अमित चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया है। इस ड्रग्स फैक्ट्री का सारा काम इन 3 लोगों के बीच में ही बटा हुआ था।
इन तीनों के बीच बंटा था ड्रग्स का काम
पुलिस के बताएं अनुसार, हरीश अंजाना के पास ड्रग्स सप्लाई का काम था। वहीं सान्याल बाने कच्चे माल से ड्रग्स बनाने का काम करता था और अमित चतुर्वेदी ड्रग्स बनाने के लिए कच्चा माल लाता था। इस फैक्ट्री का ज्यादातर माल आरोपी विदेशों में सप्लाई करते थे। आरोपियों ने बताया कि ज्यादा कीमत के लिए वह ड्रग्स को विदेश में बेचा जाता था।
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मामले में हुए नए किरदार की एंट्री
इस मामले में पुलिस को प्रेमसुख पाटीदार नाम के शख्स की भी तलाश है। प्रेमसुख पाटीदार हरीश आंजना के संपर्क में था और वो भी ड्रग्स सप्लाई का काम करता था। हालांकि, इस ड्रग्स मामले के एक नया किरदार भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस ड्रग्स गैंग के तार राजस्थान के शोएब लाला से जुड़े हुए है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि शोएब लाला इस गैंग का सरगना है। इसके अलावा पुलिस को इस ड्रग्स सप्लाई में हवाला नेटवर्क की आशंका है। एजेंसियां हवाला नेटवर्क से जुड़े इसके तार तलाशने में जुटी हुई है।