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'ये शेर और शेरनियों का देश है, यहां बांग्लादेश जैसे हालात नहीं होंगे' मंत्री विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर कसा तंज

Kailash Vijayvargiya News: मंत्री कैलाश कैलाश विजयवर्गीय ने देशभक्ति के रंग में पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा पर जमकर तंज कसा है। उन्होंने नाम लिए बिना ही कहा कि खटमल, मच्छर ये बोलते हैं कि भारत में बांग्लादेश जैसे हालात हो जाएंगे।
12:57 PM Aug 16, 2024 IST | Deepti Sharma
 ये शेर और शेरनियों का देश है  यहां बांग्लादेश जैसे हालात नहीं होंगे  मंत्री विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर कसा तंज
Kailash Vijayvargiya News

Kailash Vijayvargiya News: मध्यप्रदेश की सियासत में अब खटमल और मच्छर की एंट्री हो गई है। मामले को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि- कुछ खटमल और मच्छर कहते हैं कि भारत में बांग्लादेश जैसे हालात हो जाएंगे। ये शेर और शेरनियों का देश है, यहां बांग्लादेश जैसे हालात नहीं होंगे। विजयवर्गीय बोले खटमल और मच्छरों को अक्ल कब आएगी पता नहीं। मंत्री विजयवर्गीय ने इशारों ही इशारों में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा पर तंज कसा है।

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आपको बता दें, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने बयान दिया था कि भारत में भी जल्द बांग्लादेश जैसे हालात हो जाएंगे। इसी के जवाब में मंत्री विजयवर्गीय ने सज्जन वर्मा जैसे लोगों को खटमल और मच्छर की संज्ञा दी थी। इंदौर में विजयवर्गीय ने देशभक्ति गीत भी गुनगुनाए। विजयवर्गीय के गीतों पर पब्लिक जमकर झूमी। 15 अगस्त के कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय देश भक्ति के रंग में रंगे रहे।

क्या है बांग्लादेश का मामला 

शेख हसीना ने जून 1996 से जुलाई 2001 तक बांग्लादेश के 10वें प्रधानमंत्री के रूप में देश की कमान संभाली। इसके बाद जनवरी 2009 से अगस्त 2024 तक वह पीएम रहीं। अपने कुल मिलाकर करीब 20 साल के कार्यकाल के दौरान हसीना बांग्लादेश को महत्वपूर्ण आर्थिक विकास के रास्ते पर ले गईं।

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धीरे-धीरे बांग्लादेश कपड़ों और फार्मास्यूटिकल्स का एक प्रमुख निर्यातक बन गया। रोहिंग्या शरणार्थियों को शरण देने के बांग्लादेश के फैसले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तारीफ हुई। मगर, जिस तरह से शेख हसीना ने चरमपंथी संगठनों पर पाबंदी लगाई और अपने राजनीतिक विरोधियों पर शिकंजा कसा, उसे लेकर देश में एक बड़ा तबका उनके खिलाफ खड़ा हो गया। शेख हसीना ने पीएम पद से हटने से पहले आतंकवाद विरोधी कानून के तहत कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगा दिया था।

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इसके साथ ही इसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर को भी बैन कर दिया था। इसके बाद बांग्लादेश में पिछले कई दिनों से चल रहा विद्रोह मुखर हो गया था। शेख हसीना के बेटे सजीब ने भी कहा है कि देश में हुए घटनाक्रम में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ था। इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि छात्रों के आंदोलन की आड़ में विदेशी ताकतों ने हसीना का तख्तापलट करने में भूमिका निभाई है।

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