MP CM मोहन यादव ने दी भोपाल डिवीजन के 5 जिलों को करोड़ों के विकास की सौगात, सांस्कृतिक विरासत को मिलेगा बढ़ावा
Inauguration Of Development Works In Bhopal: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार के एक साल पूरा होने पर प्रदेश में जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है। इसमें विकास के साथ-साथ उन पात्र व्यक्तियों को योजना के लाभ से जोड़ा जा रहा है जो अभी तक योजनाओं के लाभ से वंचित रहे है। मुख्यमंत्री यादव ने भोपाल डिवीजन के जनकल्याण पर्व कार्यक्रम में 758.92 करोड़ रुपये के 70 विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि भोपाल केवल प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक है। उन्होंने राजा भोज और राजा विक्रमादित्य के योगदान को याद करते हुए सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की बात कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल के हर एक प्रवेश मार्ग को गौरवशाली स्वरूप देने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
प्रण से पूर्णता की ओर बढ़ते कदम...
आज भोपाल संभाग के ₹758 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में किया।
विकास एवं समृद्धि को समर्पित हमारी सरकार का 1 वर्ष प्रतीक है कि हम जनकल्याण से प्रदेश को विकसित… pic.twitter.com/8Zh3mFXoRA
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 13, 2024
उन्होंने कहा कि राजा भोज और सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर प्रवेश द्वार बनाएं जाएंगे। भोपाल के तालाब और यहां की वास्तुकला आज भी जल संरक्षण और स्थापत्य कला के लिये मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में जल संरक्षण की परम्परागत तकनीकों को अपनाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री यादव भोपाल के ऐतिहासिक तालाबों की अद्भुत तकनीकी स्ट्रक्चर और उसकी उपयोगिता के को वर्तमान समय के लिये भी प्रासांगिक बताया।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का सम्मान विश्व स्तर पर बढ़ा है। मध्य प्रदेश भी विकास और सांस्कृतिक धरोहरों के सरंक्षण में कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर मध्य प्रदेश के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश टाईगर स्टेट ऐसे ही नहीं बना है।
यहां राजधानी की जिन सड़कों पर दिन में लोगों का आवागमन रहता है, उन सड़कों पर रात में बाघ को विचरण करते देखा जा सकता हैं। यह दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलता। यह सबराजा भोज की नगरी भोपाल में ही होता है। राजा भोज की गौरवशाली संस्कृति और विरासत के लिए भोपाल वासियों को बधाई देना चाहूंगा कि यहां भोजपुर मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि भोजपुर मंदिर की पृथक से योजना बनाकर यहां की संस्कृति को देश और दुनिया के सामने लाया जाएगा।
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