अलीराजपुर के 169 गांवों तक पहुंचेगा नर्मदा नदी का पानी; CM मोहन यादव ने करोड़ों के प्रोजेक्ट का किया शिलान्यास
MP CM Mohan Yadav Sondwa Micro Lift Irrigation Project: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव गुरुवार को अलीराजपुर पहुंचे। यहां उन्होंने सोंडवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई प्रोजेक्ट का भूमि-पूजन कर समारोह में हिस्सा लिया। समारोह में सीएम मोहन यादव ने क्षेत्र के विकास के लिए कई प्रोजेक्ट की घोषणा भी की है। इस दौरान उन्होंने कुल 13 सड़कों के निर्माण को मंच से ही मंजूरी दी है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि अलीराजपुर के हर गांव तक नर्मदा मैया का शुद्ध पानी पहुंचेगा। उन्होंने आगे कहा कि सोंडवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई प्रोजेक्ट से क्षेत्र में किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा। साथ ही छकतला में हीरा पॉलिसिंग और कटिंग के काम की शुरुआत होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नए मौके मिलेंगे। इससे युवाओं का दूसरे राज्य और क्षेत्रों में पलायन रुकेगा।
सिंचित खेती
खुशहाल किसानमध्य प्रदेश सरकार अपने अन्नदाता किसानों के खेतों को भरपूर पानी उपलब्ध कराने हेतु सिंचाई सेवाओं का विस्तार करने के लिए निरंतर कार्यरत है।
इसी क्रम में आज ग्राम छकतला, जिला अलीराजपुर में सोंडवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन कर शुभकामनाएं दीं।… pic.twitter.com/1hiLWGfw0R
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 12, 2024
1732.45 करोड़ का सिंचाई प्रोजेक्ट
सोंडवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि छकतला में 1732.45 करोड़ की लागत बनने वाले इस प्रोजेक्ट के जरिए क्षेत्र के 169 गांवों को जल्द ही नर्मदा का पानी उपलब्ध होगा। इससे 55013 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। साथ ही क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि भी आएगी और आम लोगों का जीवन सुधरेगा। सीएम मोहन यादव ने अलीराजपुर कलेक्टर को बिजली की जरुरत का सर्वे रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की समीक्षा कर जरुरत के अनुसार बिजली उपलब्ध कराने को कहा है।
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अलीराजपुर का गौरवशाली इतिहास
इस दौरान सीएम मोहन यादव ने अलीराजपुर के गौरवशाली इतिहास के बारे में भी बताया है। उन्होंने कहा कि क्रांतिसूर्य टंट्या मामा का जिक्र करते हुए कहा कि मामा अंग्रेजों से धन लेकर गरीब लोगों में बांट कर दिया करते थे। उन्होंने बताया कि खरगोन में टंट्या मामा के नाम पर विश्वविद्यालय शुरू किया गया है।