whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

स्वतंत्रता दिवस पर अजित पवार का बड़ा ऐलान, कहा- विधानसभा चुनाव नहीं लडूंगा

Maharashtra Assembly Election 2024:  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से चंद महीने पहले एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा वे अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने ये फैसला विधानसभा चुनाव 2024 के लिए लिया है या हमेशा के लिए। यह अभी पता नहीं चल पाया है।
02:00 PM Aug 15, 2024 IST | Rakesh Choudhary
स्वतंत्रता दिवस पर अजित पवार का बड़ा ऐलान  कहा  विधानसभा चुनाव नहीं लडूंगा
अजित पवार।

Ajit Pawar: महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर तक विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। इस बीच डिप्टी सीएम और एनडीए सरकार में शामिल अजित पवार ने आज बड़ा ऐलान किया है। अजित वार ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा करते हुए कहा कि वे इस बार का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वे अब 7-8 चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में अब उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है।

Advertisement

जानकारों की मानें तो अजित पवार अपनी सीट से बेटे जय पवार को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। हालांकि जब उनसे पत्रकारों ने ये सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि इसको लेकर फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा।

दो दिन पहले दिया था ये बयान

बता दें कि आज से दो दिन पहले अजित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सुनेत्रा पवार को चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ाना गलती थी। पवार ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं अपनी सभी बहनों को प्यार करता हूं। राजनीति को घर में नहीं घुसने देना चाहिए। बहन के खिलाफ सुनेत्रा को चुनाव लड़वाने का फैसला पार्टी का था। अब मुझे लगता है कि फैसला गलत था।

Advertisement

अजित पवार ने इस दौरान अपने सहयोगियों बीजेपी और शिंदे गुट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महायुति के सहयोगियों को समझना चाहिए कि वे चाचा शरद पवार पर क्या बोल रहे हैं?

Advertisement

ये भी पढ़ेंः PM Modi के ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के क्या हैं मायने? जानें आखिर ये काम कैसे करेगा?

एनसीपी शरद पवार ने क्या कहा?

वहीं अजित के इस बयान पर शरद गुट ने कहा कि भाजपा चाहती है कि अजित पवार महायुति छोड़कर चले जाएं। एनसीपी शरद पवार के प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा को अहसास हो गया है कि वे अजित पवार के साथ गठबंधन में रहकर चुनाव नहीं जीत सकते। 2023 में एनसीपी के साथ गठबंधन से ही जनता की भावनाएं बीजेपी के खिलाफ तेजी से बढ़ी।

ये भी पढ़ेंः PM Modi के भाषण के क्या हैं मायने? क्या लाल किले से सेट किया चुनावी एजेंडा?

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो