बदलापुर केस में पुलिस पर पहले से था शक...अक्षय शिंदे एनकाउंटर पर विपक्ष ने उठाए ये 5 बड़े सवाल
Akshay Shinde encounter latest update: अक्षय शिंदे एनकाउंटर पर विपक्ष ने तीखे तेवर अपनाए हैं। सोमवार देर शाम विपक्ष ने इस पूरे एनकाउंटर को सत्ता पक्ष की साजिश करार दिया। विपक्ष ने सवाल उठाते हुए इस पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है। महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री विजय वडेट्टीवार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
याची न्यायिक चौकशी झालीच पाहिजे!
अक्षय शिंदे याने गोळी झाडून घेणे म्हणजे पुरावा नष्ट करण्याचा प्रयत्न आहे का??
अक्षय शिंदे याने गोळी नेमकी कशी झाडली?
आरोपी अक्षय पोलिसांच्या ताब्यात असताना त्याचे हात बांधले नव्हते का? त्याला बंदूक कशी काय त्याला मिळाली? पोलिस इतके बेसावध कसे असू…— Vijay Wadettiwar (@VijayWadettiwar) September 23, 2024
अक्षय शिंदे का एनकाउंटर सबूत मिटाने की कोशिश
विजय वडेट्टीवार ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि अक्षय शिंदे का एनकाउंटर सबूत मिटाने की कोशिश है। आगे उन्होंने अपनी पोस्ट में एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर अक्षय शिंदे का ये शूटिंग कांड कैसे हुआ? जब आरोपी पुलिस हिरासत में था। उन्होंने कहा कि अक्षय को पिस्टल कहां और कैसे मिल गई? क्या हमारी पुलिस इतनी लापरवाह है कि कोई भी उनसे उनकी पिस्टल छीन सकता है।
बदलापूरमधील चिमुरड्यांवरील अत्याचार प्रकरणातील आरोपी अक्षय शिंदे याचा पोलीस एन्काऊंटर मध्ये मृत्यू झाल्याची बातमी येत आहे.
शिंदे याने पोलिसांची बंदूक हिसकावून स्वत:वर आणि पोलिसांवर गोळीबार केला व पोलिसांनी स्वसंरक्षणार्थ केलेल्या गोळीबारात त्याचा मृत्यू झाल्याची माहिती मिळतेय.…
— Nana Patole (@NANA_PATOLE) September 23, 2024
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पुलिस की भूमिका पर शुरू से था यकीन
विजय वडेट्टीवार ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि बदलापुर कांड में एक तरफ तो भाजपा से जुड़े संस्थानों के संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। वहीं, दूसरी तरफ आज आरोपी अक्षय शिंदे को गोली मारा जाना बेहद चौंकाने वाला और संदेहास्पद मामला है। उन्होंने कहा कि हमें शुरू से ही बदलापुर मामले में पुलिस की भूमिका पर यकीन नहीं था और आज इस एनकाउंटर ने शक को यकीन में बदल दिया।
महायुती सरकारने बदलापूर लैंगिक अत्याचार प्रकरण अतिशय चुकीच्या पद्धतीने हाताळले आहे. याप्रकरणी एफआयआर दाखल करण्यात उशीर करण्यात आला. लोकांच्या प्रचंड दबावानंतर एफ आय आर दाखल करण्यात आली खरी पण आता आरोपीचा पोलीस कोठडीत मृत्यू झाला. कायदा सुव्यवस्था आणि न्यायव्यवस्थेची ही शासन…
— Supriya Sule (@supriya_sule) September 23, 2024
ऐसा क्या खतरा था जो सिर में मारी गोली?
अक्षय शिंदे के एनकाउंटर में विपक्ष ने सवाल उठाए हैं कि आखिरकार उसके सिर में गोली क्यों मारी गई? क्या पुलिस ने गोली मारने से पहले प्रोटोकॉल का पालन किया? क्या पुलिस टीम ने उसे चेतावनी दी? अगर चेतावनी देने के बाद भी वह नहीं रुका तो क्यों नहीं पहले उसके पैर में गोली मारी गई? विपक्ष ने कहा कि सिर में गोली मारने से पुलिस पर शक जाता है कि वह पहले से ही सोचकर बैठी थी कि उसे जान से मारना है।
कल तक जो लोग बदलापुर के बलात्कारी को फाँसी की सज़ा देने की माँग कर रहे थे,वे उसके इनकाउंटर पर टेसुएँ बहा रहे हैं।
महाविकास अघाड़ी के नेता तय करके बताएँ कि वे एक बलात्कारी के साथ खड़े हैं या महाराष्ट्र पुलिस के जाँबाज़ जवानों के साथ ?#Badlapur— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 23, 2024
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