महाराष्ट्र के लिए क्या है कांग्रेस की रणनीति, शिवसेना (UBT) के साथ कई सीटों पर पेंच, मेनिफेस्टो पर भी नया प्लान
Maharashtra News: कांग्रेस ने महाराष्ट्र के लिए नए सिरे से रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हरियाणा में हार के बाद पार्टी का फोकस महाराष्ट्र के लिए अपनी तैयारियों को चुस्त दुरुस्त करना है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए जिसमें महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के नेता विजय वडेट्टीवार और वरिष्ठ नेता बाला साहेब थोराट भी शामिल हुए।
बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता के मुताबिक कांग्रेस पर शिवसेना और एनसीपी की ओर से काफी दबाव है। मराठा आरक्षण आंदोलन के चलते सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना और एनसीपी ने कांग्रेस पर दबाव बनाया हुआ है। मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल मराठों के लिए ओबीसी कोटे के जरिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं। पाटिल की मांग है कि मराठों को कुनबी जाति का सर्टिफिकेट दिया जाए।
कम से कम 110 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस
पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि कांग्रेस कम से कम 110 सीटों पर लड़ने को लेकर दृढ़ प्रतिज्ञ है। लेकिन उद्धव ठाकरे की शिवसेना कांग्रेस की कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की बात कर रही है। कांग्रेस ने अपने नेताओं से कहा है कि वे एमवीए की पार्टियों से यह स्पष्ट कर दें कि पार्टी कम से कम 110 सीटों पर लड़ेगी। बता दें कि शिवसेना सेंट्रल मुंबई की मुस्लिम बहुल कुछ सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है। वहीं कांग्रेस अपना दावा कर रही है।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि हरियाणा में पार्टी के मेनिफेस्टो पर चर्चा बहुत समय के लिए हुई। इसलिए महाराष्ट्र के नेताओं को ऐसी स्ट्रैटजी तैयार करने को कहा गया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा इम्पैक्ट बनाया जा सके। इसके लिए पार्टी ने महा विकास अघाड़ी की तीनों पार्टियों के साथ साझा घोषणा पत्र तैयार करने की बात की है।
कांग्रेस ने उम्मीदवारों और पोलिंग एजेंट्स को चेताया
कांग्रेस ने महाराष्ट्र के लिए अपने उम्मीदवारों और पोलिंग एजेंट्स को सजग रहने की बात की है। ताकि ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ को रोका जा सके। हरियाणा में कांग्रेस ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। और मामले में जांच की मांग की है।
मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस महा विकास अघाड़ी के साथ आगे बढ़ेगी और बीजेपी के हर कुचक्र का जवाब देगी। अघाड़ी में सीट शेयरिंग कोई मुद्दा नहीं है। तीनों पार्टियां 288 सीटों पर लड़ेंगी।
जल्द होगा चुनाव का ऐलान
माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के लिए चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान कर सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। 2019 में शिवसेना बीजेपी के साथ मिलकर लड़ी थी और पार्टी ने 56 सीटें जीती थीं, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन एक साथ लड़ा था। उस समय एनसीपी में टूट नहीं हुई थी। कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली थीं।