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Maharashtra Election: बागियों को मनाने के लिए सिर्फ 24 घंटे बचे, जानें MVA में कब सुझलेगा यह मसला?

Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरशोर से चल रही है। महा विकास अघाड़ी (MVA) के घटक दलोंं के बीच सीट शेयरिंग पर खींचतान जारी है। अब बागियों को मनाने के लिए सिर्फ 24 घंटे बचे हैं।
01:59 PM Nov 03, 2024 IST | Deepak Pandey
maharashtra election  बागियों को मनाने के लिए सिर्फ 24 घंटे बचे  जानें mva में कब सुझलेगा यह मसला
नाना पटोले, शरद पवार और उद्धव ठाकरे।

Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज है। नामांकन के बाद अब कई सीटों पर महा विकास अघाड़ी (MVA) के उम्मीदवार आमने-सामने आ गए हैं। ऐसे में सीट शेयरिंग और बागियों को मनाने के लिए एमवीए के पास सिर्फ 24 घंटे का समय बचा है, क्योंकि 4 नवंबर नामांकन वापसी का अंतिम दिन है।

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महाराष्ट्र की कुछ सीटों पर कांग्रेस, शिवसेना (UBT) या NCP (SP) के उम्मीदवारों ने एक दूसरे खिलाफ नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि कुछ सीटों पर टिकट नहीं मिलने से नाराज निर्दलीय पर्चा भरे हैं। इसे लेकर MVA के नेताओं का कहना है कि तीनों पार्टियों के नेता लगातार बात कर रहे हैं। सोमवार दोपहर तक का समय है, ज्यादातर लोगों को समझा लेंगे।

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संजय राउत ने क्या कहा?

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शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि एमवीए 90 प्रतिशत सीटों पर बागियों को मनाने में सफल रही है, जहां से उन्होंने गठबंधन के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ पर्चा भरा था। उद्धव ठाकरे गुट ने 96 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी में ऐसी चीजें नहीं हैं। एक साथ बैठकर इस मामले को सुलझा लेंगे।

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दो की लड़ाई में तीसरे को फायदा  : टीएस सिंहदेव

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग पर कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि चुनावों के दौरान कोई भी पार्टी इससे (सीटों के बंटवारे के दौरान मतभेद से) बच नहीं सकती। चाहें भाजपा है, एकनाथ शिंदे की शिवसेना है या अजित पवार की NCP है। प्रयास ये रहता है कि लोगों को समझाया जाए और उन्हें अपनी पार्टी की मुख्यधारा से जोड़कर महाराष्ट्र की बेहतरी के लिए काम किया जाए। इसमें फायदा किसी का नहीं है। दो की लड़ाई में तीसरे को फायदा होता है। जो जिस पार्टी से जुड़े हुए हैं, उन्हें उसके हित में प्रयास करने चाहिए।

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