whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

'अगर पहले ऑफर देते तो पूरी पार्टी लेकर आता', अजित पवार के बयान से गरमाई सियासत

Maharashtra Politics : लोकसभा चुनाव के बाद अब सबकी निगाहें विधानसभा चुनावों पर टिकी हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में एक फिर उथलपुथल के संकेत मिल रहे हैं। इस बीच डिप्टी सीएम अजित पवार ने बड़ा बयान देकर सियासत गरमा दी।
10:58 PM Aug 07, 2024 IST | Deepak Pandey
 अगर पहले ऑफर देते तो पूरी पार्टी लेकर आता   अजित पवार के बयान से गरमाई सियासत
अजित पवार के बयान से गरमाई महाराष्ट्र की सियासत।

Maharashtra Politics : लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को महाराष्ट्र में भी झटका लगा। इस इलेक्शन में महा विकास अघाड़ी का पलड़ा भारी रहा। राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपने बयान से राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी।

Advertisement

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अगर मुझे पहले ऑफर देते तो मैं पूरी पार्टी लेकर आता। अब सवाल उठता है कि उन्होंने यह कहकर अपना दुख प्रकट किया या अपनी सियासी मंशा जाहिर की? राज्य की सियासी गलियारों में उनके इस बयान की चर्चा हो रही है। सीएम एकनाथ शिंदे पर लिखी किताब 'योद्धा कर्मवीर' के विमोचन के दौरान उन्होंने यह बात कही।

यह भी पढे़ं : अजित से नाराजगी की अटकलों के बीच शरद पवार से क्यों मिले छगन भुजबल? समझें सियासी मायने

Advertisement

अजित पवार को लेकर हो रहीं चर्चाएं

Advertisement

आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के शिवसेना से बगावत करने के बाद अजित पवार ने भी अपने चाचा शरद पवार से किनारा कर लिया था। एनसीपी के कई नेताओं के साथ वे महायुति सरकार में शामिल हो गए थे। इस दौरान उन्हें डिप्टी सीएम का पद मिला। ऐसे में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद चर्चा चली थी कि अजित पवार फिर घर वापसी कर सकते हैं यानी वे शरद पवार के पास जा सकते हैं।

यह भी पढे़ं : ‘ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे’, देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात पर क्या बोले उद्धव ठाकरे?

MVA ने तेज की चुनावी की तैयारी

मुंबई में महा विकास अघाड़ी (MVA) की बैठक हुई। इसके बाद कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मीटिंग में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद गुट) के नेताओं ने शिरकत की थी, जहां कॉमन घोषणा पत्र, फॉर्मूले और भविष्य की कार्ययोजना पर मंथन हुआ। 16 अगस्त को एक रैली या बैठक होगी, जिसमें विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की आधिकारिक घोषणा होगी।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो