whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद में चूहे? क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई, मंदिर ट्रस्ट का आया बयान

Siddhivinayak Temple: वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद श्रद्धालुओं ने प्रसाद की शुद्धता पर सवाल उठाया। वहीं मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि वीडियो सिद्धिविनायक मंदिर का नहीं है। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस से भी शिकायत की गई है।
10:45 AM Sep 24, 2024 IST | Nandlal Sharma
सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद में चूहे  क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई  मंदिर ट्रस्ट का आया बयान
मंदिर ट्रस्ट ने इस मामले में अब जांच शुरू कर दी है। फोटोः वायरल वीडियो ग्रैब

Siddhivinayak Temple: सिद्धिविनायक मंदिर के लड्डू प्रसाद के पैकेट में चूहे मिलने के वीडियो पर मंदिर ट्रस्ट ने बयान जारी किया है। मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि वायरल वीडियो हमारे मंदिर का नहीं है। इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की जा रही है। पुलिस भी मामले की जांच करेगी और मंदिर ट्रस्ट भी पूरे मामले की जांच करेगा। ट्रस्ट ने कहा कि हमारे मंदिर में ऐसा नहीं हो सकता है। प्रसाद काफी शुद्धता से बनाया जाता है।

Advertisement

दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसे सिद्धिविनायक मंदिर का बताया जा रहा था। वीडियो में दिखता है कि प्रसाद के पैकेट पर चूहों के बच्चे हैं। इसके बाद ये सवाल उठने लगे हैं कि प्रसाद बनाकर साफ सुथरे स्थल पर नहीं रखे जा रहे हैं। श्रदालुओं ने प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल खड़े दिए। लिहाजा मंदिर प्रशासन को बयान जारी करना पड़ा।

ये भी पढ़ेंः प्रसाद में मिलावट रोकने के लिए अनोखा कदम, घी पर GPS से रखी जा रही नजर!

Advertisement

बता दें कि तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में कथित तौर पर पशु चर्बी पाए जाने और मछली के तेल के इस्तेमाल को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा है। देश भर के मंदिरों में प्रसाद की जांच चल रही है या जांच की मांग की जा रही है। तिरुपति के मामले में केंद्र सरकार ने भी हस्तक्षेप किया है। आंध्र प्रदेश की सरकार ने मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई है।

Advertisement

ये भी पढ़ेंः तिरुपति लड्डू विवाद की पटना में एंट्री, ‘नैवेद्यम’ पर उठे सवाल, मंदिर प्रशासन ने तोड़ी चुप्पी

बता दें कि 18 सितंबर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि पिछली जगनमोहन रेड्डी की सरकार के दौरान तिरुपति के प्रसाद में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल हो रहा था। जवाब में वाईएसआर ने कहा था कि चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक लाभ के लिए करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचा कर पाप कर रहे हैं।

तिरुपति के लड्डू प्रसाद को श्रीवारी लड्डू के तौर भी जाना जाता है। पिछले तीन सौ साल से तिरुपति मंदिर में श्रद्धालुओं को यह प्रसाद बांटा जा रहा है।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो