संघ की पहली पसंद...कुशल संठनकर्ता, CM के लिए BJP की पहली पसंद क्यों बने देवेंद्र फडणवीस?
Devendra Fadnavis Maharashtra CM: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर पिछले 12 दिनों से चल रहा सस्पेंस आज खत्म हो गया। मुंबई में पर्यवेक्षक विजय रूपाणी और निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में हुई विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया गया है। वे कल तीसरी बार महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेेंगे। वे पिछले एक दशक से महाराष्ट्र में बीजेपी का चेहरा बने हुए हैं। ऐसे में आइये जानते हैं देवेंद्र फडणवीस ही बीजेपी विधायक दल के नेता क्यों चुने गए?
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में एक चेहरे के तौर पर स्थापित हो चुके हैं। 2014 में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने संघ के गढ़ से आने वाले ब्राहाण चेहरे पर भरोसा जताते हुए देेवेंद्र फडणवीस की ताजपोशी कर दी। वे महाराष्ट्र में बीजेपी के पहले सीएम थे। जिन्होंने पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। 2019 के चुनाव में पार्टी ने उनके नेतृत्व में 105 सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन शिवसेना के सीएम पद को लेकर अड़ जाने के बाद वे सीएम नहीं बन पाए। हालांकि उन्होंने अजित पवार के साथ एक कोशिश की, लेकिन शपथ लेने के 48 घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया था।
शिवसेना-एनसीपी टूट का दोष फडणवीस पर
शिवसेना और एनसीपी जब दो फाड़ हुई तो इसका सारा दोष फडणवीस पर मढा गया। उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक करियर खत्म करने की धमकी दी थी। इस दौरान उन्होंने स्वयं को बचाए रखा और बीजेपी को दोबारा सत्ता में कुर्सी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महाराष्ट्र में क्यों जरूरी फडणवीस
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति अन्य पार्टियों से अलग है। वहां अगर किसी भी समय कोई भी पार्टी किसी भी पाले में जा सकती है। ऐसी स्थिति में देवेंद्र फडणवीस ही एक ऐसे नेता है जो साम दाम दंड भेद लगाकर सरकार को चलाने की कूवत रखते हैं। बीजेपी ने उनकी लोकप्रियता का अंदाजा लगाकर ही उन्हें प्रचार अभियान का जिम्मा सौंपा था। इसके अलावा सबसे अधिक रैलियां और सभाएं उन्होंने की। ऐसे में अगर उन्हें साइडलाइन कर किसी को सीएम बनाया जाता तो पार्टी के अंदर असंतोष बढ़ता।
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संघ की पहली पसंद
लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद देवेंद्र फडणवीस ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही। इसके बाद बीजेपी आलाकमान ने उन्हें पद बने रहने को कहा। फडणवीस के घर पर आरएसएस और बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुल की मौजूदगी में बैठक हुई। ऐसे में फडणवीस संघ के अंदर भी लोकप्रिय हैं। उन पर संघ भी भरोसा जताता आया है।
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