Chhagan Bhujbal को मंत्री क्यों नहीं बनाया गया? महाराष्ट्र की सियासत में 4 वजहों की चर्चा
Why Chhagan Bhujbal Not Got Minister Post: महाराष्ट्र में एक बार फिर महायुति की सरकार बनी। 5 दिसंबर 2024 को नई सरकार का गठन हुआ और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया गया। गत 15 दिसंबर को महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार हुआ अैर 35 से ज्यादा नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, लेकिन NCP अजीत पवार गुट के OBC नेता छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाया गया। इसलएि छगन नाराज हो गए। फिर उन्होंने अजीत पवार और NCP जुबानी हमले किए और इसमें भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
भुजबल के मुद्दे पर मीडिया से बचने के लिए अजीत पवार नागपुर में होकर भी विधानसभा में नहीं आए। उन्होंने अपने नेताओं को सलाह दी कि वे भुजबल मामले में कोई भी नेता प्रतिक्रिया न दें। इसलिए फिलहाल NCP अजीत पुवार चुप रहकर भुजबल के जुबानी हमला सह रही है, लेकिन छगन को मंत्री क्यों नहीं बनाया गया? सियासी गलियारों में इसकी चर्चा है और 4 वजहों से छगन को मंत्री नहीं बनाए जाने की भी चर्चा है।
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इन वजहों से छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाया गया
1) हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में छगन भुजबल ने नासिक में अपने ही पार्टी NCP के उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया।
इसकी मुख्य वजह यह है कि भुजबल नासिक पर अपना दबदबा क़ायम रखना चाहते थे, इसलिए नासिक में वे किसी को बड़ा नहीं बनना देखना चाहते। छगन की यह चाहत भी मंत्री पद नहीं मिलने का एक कारण है।
2) नासिक जाते हुए NCP के विधायकों ने पार्टी चीफ अजीत पवार को बताया किअगर भुजबल को मंत्री बनाया जाता है तो वे सभी विधायक इस्तीफा देंगे। इसलिए भी अजीत पवार ने उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कया।
3) अपने बेटे पंकज भुजबल को विधान परिषद भेजने के लिए भुजबल ने पार्टी और नेतृत्व पर दबाव बनाया था, जो दूसरे नेताओं को पसंद नहीं आया, इसलिए भी छगन को मंत्री पद नहीं दिया गया।
4) अपने भतीजे समीर को छगन भुजबल ने पार्टी से इस्तीफा देकर नासिक कि नांदगाव सीट से खड़ा किया। यह सीट शिवसेना की थी। गठबंधन के धर्म का पालन न करने से शिवसेना के साथ NCP भी भुजबल पर खफा थी
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नासिक में भुजबल ने किया शक्ति प्रदर्शन
वहीं मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज छगन भुजबल ने विधानसभा का कामकाज छोड़ नासिक का रूख किया। बुधवार को नासिक में अखिल भारतीय समता परिषद के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के ज़रिए भुजबल ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में भुजबल ने कहा कि सवाल मंत्री पद का नहीं, सवाल हमारी अस्मिता का है।