जत्थेदार अकाल तख्त की SGPC से खास मांग, बोले- स्वर्ण मंदिर के केंद्रीय सिख संग्रहालय में लगाई जाए 3 'सिख चरमपंथियों' की तस्वीर
Jathedar Akal Takht's Demand From SGPC: पंजाब के पवित्र स्वर्ण मंदिर के परिसर में 3 'सिख चरमपंथियों' की तरस्वीर लगाने की विवादित मांग की गई है। दरअसल, सिखों की सर्वोच्च धार्मिक पीठ अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने SGPC (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) से स्वर्ण मंदिर परिसर के केंद्रीय सिख संग्रहालय में 3 सिख चरमपंथियों की तस्वीर लगाने की मांग की है। रघबीर सिंह ने इन 3 सिख चरमपंथियों को सिख समुदाय के लिए शहीद बताया है।
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने SGPC से स्वर्ण मंदिर संग्रहालय में हरदीप सिंह निज्जर परमजीत सिंह पंजवार और गजिंदर सिंह के चित्र लगाने को कहा। दल खालसा के संस्थापक गजिंदर सिंह 1981 में इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक कर लाहौर ले जाने के आरोपी पांच लोगों में से एक थे। pic.twitter.com/Zdou7YK6Vl
— Be political (@be_political123) July 14, 2024
रघबीर सिंह ने बताया शहीद
रघबीर सिंह का कहना है कि इन 3 सिख चरमपंथियों ने भारतीय सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी थी। हालांकि, भारत सरकार ने इन तीनों को आतंकवादी घोषित कर रखा है, वहीं जत्थेदार ने उन्हें 'शहीद' बताया है। जत्थेदार अकाल तख्त ने हरदीप सिंह निज्जर, परमजीत सिंह पंजवार और गजिंदर सिंह की तस्वीर को स्वर्ण मंदिर परिसर के केंद्रीय सिख संग्रहालय में लगाने की मांग की है।
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भारत सरकार ने घोषित दिया आतंकवादी
बता दें कि 3 सिख चरमपंथियों में शामिल गजिंदर सिंह ने साल 1981 में इंडियन एयरलाइंस के प्लेन को हाइजेक करने वाले ग्रुप का नेतृत्व किया था। इसी साल 3 जुलाई को लाहौर में गजिंदर सिंह का 74 साल की उम्र में निधन हो गया था। केंद्र सरकार ने जनवरी 2002 में गजिंदर सिंह का नाम मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में किया था। वहीं हरदीप सिंह निज्जर, जो कनाडा में खालिस्तान आंदोलन का समर्थन करता था। परमजीत सिंह पंजवार को तो जुलाई 2020 में ही आतंकवादी घोषित कर दिया गया था।