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गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के दरबार में पहुंचे CM भगवंत मान; मत्था टेक मांगी ये दुआ

CM Bhagwant Mann Visit Gurudwara Shri Fatehgarh Sahib: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के दरबार में पहुंचे।
01:16 PM Dec 24, 2024 IST | Pooja Mishra
गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के दरबार में पहुंचे cm भगवंत मान  मत्था टेक मांगी ये दुआ

CM Bhagwant Mann Visit Gurudwara Shri Fatehgarh Sahib: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बीते दिन गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के दरबार में पहुंचे। यहां उन्होंने गुरुद्वारे में मत्था टेका और राज्य की समृद्धि के लिए दुआ की। गुरुद्वारे में अरदास करने के बाद सीएम भगवंत मान कहा कि छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के साथ माता गुजरी जी का अभूतपूर्व और सर्वोच्च बलिदान आने वाली पीढ़ियों को अत्याचार, उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करेगा।

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युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं छोटे साहिबजादों

सीएम मान ने कहा कि साहिबजादों को वीरता और निस्वार्थ सेवा के गुण दशमेश पिता से विरासत में मिले हैं, जिन्होंने मानवता की खातिर अथक संघर्ष किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब का इतिहास अनगिनत बलिदानों से भरा पड़ा है, जिनकी प्रेरणा हमें श्री गुरु अर्जुन देव जी, श्री गुरु तेग बहादुर जी और श्री गुरु गोबिंद सिंह जी जैसे हमारे महान गुरुओं से मिली है, जिन्होंने देश और मानवता की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होंने युवा पीढ़ी को इस महान बलिदान के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि उन्हें देश के लिए निस्वार्थ बलिदान देने के लिए प्रेरित किया जा सके।

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शहीदी दिवस पर अर्पित श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि लोकसभा सदस्य के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान सदन ने गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों को उनके शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की थी, जिसके बाद उन्होंने इस मामले को तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया था। उन्होंने कहा कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने कम उम्र में ही शहादत प्राप्त की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरहिंद के मुगल गवर्नर की ताकत के खिलाफ खड़े होने के लिए अनुकरणीय साहस और निडरता दिखाई थी। भगवंत मान ने कहा कि वे राज्य और इसके लोगों की सेवा करने का अवसर पाकर धन्य हैं। उन्होंने कहा कि इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है क्योंकि राज्य सरकार महान सिख गुरुओं और शहीदों के पदचिन्हों पर चल रही है ताकि समाज के हर वर्ग की भलाई सुनिश्चित की जा सके।

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