होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

भूख हड़ताल पर बैठे डल्लेवाल की अपील, 7 लाख किसानों की उठाई आवाज

Jagjit Singh Dallewal Appeal to Farmers: पिछले 39 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने देश भर के किसानों से इस आदोलन का हिस्सा बनने की अपील की है।
06:08 PM Jan 04, 2025 IST | Pooja Mishra
Advertisement

Jagjit Singh Dallewal Appeal to Farmers: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने पिछले 39 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से एमएसपी समेत किसानों की कई अन्य मांगों को मानने की मांग की है और इसी को भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इस लड़ाई को मजबूत करने के लिए शनिवार को पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित खनौरी विरोध स्थल पर उन्होंने देश भर के किसानों से इस आदोलन का हिस्सा बनने की अपील की है। जगजीत सिंह डलेवाल ने किसानों से कहा कि अब तक देश में सात लाख किसानों ने आत्महत्या कर ली है, उनके आज बच्चे भटक रहे हैं।

Advertisement

अब तक 7 लाख किसानों ने की आत्महत्या

खनौरी बॉर्डर पर किसानों संबोधित करते हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट के बयान को लेकर कहा कि डल्लेवाल की जान तो बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन उन सात लाख किसानों के बच्चों का क्या होगा? जिन्होंने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। अब तक देश के 7 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। लेकिन इसके बाद भी अब तक किसी ने इन किसानों की इन मौतों और इससे आगे होने वाली आत्महत्याओं को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

यह भी पढ़ें: NRI लोगों के लिए पंजाब सरकार की सराहनीय शुरुआत! तेजी से हो रहा शिकायतों पर समाधान

Advertisement

डल्लेवाल ने किसानों से की अपील

उन्होंने आगे कहा कि वह जो लड़ाई लड़ रहे हैं, वह ऊपर वाले की मर्जी है और जो कुछ हो रहा है वह सब उसी हिसाब से रहा है। सरकार जोर लगा लाए, हम मोर्चा जीतेंगे। अगर किसी काम को मुश्किल देखकर बैठ जाए, तो वो काम कैसे होगा। इस दौरान उन्होंने पंजाब सहित देश के बाकी राज्यों के किसान संगठनों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ पंजाब का नहीं है, बल्कि पूरे देश का है। इसलिए हर गांव से एक-एक ट्राली जरूर लेकर आए।

Open in App
Advertisement
Tags :
Punjab
Advertisement
Advertisement