राजस्थान के पूर्व मंत्री-विधायक समेत 7 नेता कौन? जिनके खिलाफ दर्ज हुई FIR, क्या है पूरा विवाद?
Rajasthan News : राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था और अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेसियों को प्रदर्शन करना भारी पड़ गया। पुलिस ने पूर्व मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। अब नेताओं को गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस कानूनी सलाह ले सकती है। एफआईआर के बाद और बवाल मचा हुआ है। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
कांग्रेसियों ने तोड़ा कानून
नीट-यूजीसी नेट पेपर लीक, महंगाई, बिजली संसद समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कोटा में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कानून तोड़ा और पुलिसकर्मियों के कामों में बाधा डाला। कांग्रेसियों ने बेरिकेड को हटाकर आगे जाने की कोशिश की। साथ ही उन्होंने मंच से पुलिस अधिकारियों के खिलाफ बयान दिया। इस पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
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इन नेताओं के खिलाफ हुई FIR
इस मामले में पुलिस ने दो मुकदमा दर्ज किया। पहली एफआईआर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मंत्री अशोक चांदना के नाम हैं, जबकि दूसरी एफआईआर में पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल, कोटा देहात कांग्रेस अध्यक्ष भानू प्रताप, प्रदेश सचिव नईमुद्दीन गुड्डू, जिलाध्यक्ष कांग्रेस रविन्द्र त्यागी को शामिल किया गया।
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पेपर लीक मामले पर क्या बोले पीसीसी चीफ?
राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पेपर लीक मामले को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब तीन एग्जाम रद्द हो सकते हैं तो चौथा परीक्षा क्यों नहीं रद्द हो सकती है। इस दौरान उन्होंने नीट यूजी प्रवेश परीक्षा को भी कैंसिल करने की मांग की।