किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का सामने आया सच, खुद बताया क्यों छोड़ा मंत्री पद
Rajasthan BJP Kirodi Lal Meena Resign: भजनलाल सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने के एक महीने बाद किरोड़ीलाल मीणा ने इस्तीफे की वजह बताई। मीणा ने शुक्रवार को मीणा हाईकोर्ट में विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित रैली में कहा कि मैं 45 साल से जिन लोगों की सेवा कर रहा था, उन लोगों ने मेरी बात नहीं रखी इसलिए मैंने भजनलाल सरकार से इस्तीफा दे दिया।
किरोड़ीलाल ने एससी/एसटी आरक्षण के कोटे में कोटे के फैसले को लेकर कहा कि मेरी छाती छलनी हो जाएगी लेकिन मैं आरक्षण के साथ किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं होने दूंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले लोग कहते थे मोदी आएगा तो आरक्षण खत्म कर देगा लेकिन मोदी तो आ गया। मैं इस हाईकोर्ट में कहकर जा रहा हूं मोदी के रहते हुए मेरी जिम्मेदारी है कि आरक्षण के नाम पर पत्ता भी नहीं हिलने दूंगा। वहीं मीणा हाईकोर्ट के निर्माण से जुड़े आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं पपलाज माता व जननी की कसम खाकर से आपसे कह रहा हूं हाईकोर्ट के निर्माण में एक पाई की कमाई मैंने नहीं की।
आपको बहकाने के लिए कई लोग आएंगे
भजनलाल सरकार के पूर्व मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पढ़ने और समझने की जरूरत है। कोर्ट क्रीमिलेयर की व्यवस्था लागू करना चाहता है क्योंकि लोग आरक्षण का फायदा उठाने के बाद भी मलाई खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वंचित भाइयों को आरक्षण का हक मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपको बहकाने के लिए कई लोग आएंगे लेकिन आप सभी उनसे सावधान रहना। आपके हक अधिकारों की रक्षा करने का भरोसा दिलाता हूं। किरोड़ीलाल ने कहा कि फिर भी कोर्ट के फैसले से कोई नुकसान होगा तो बलिदान देने के तैयार हूं लेकिन आपका नुकसान नहीं होने दूंगा।
पिछले महीने दिया था मंत्री पद से इस्तीफा
किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि उन्होंने पिछले महीने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय उन्होंने वचन दिया था यदि वह पूर्वी राजस्थान में उन्हें सौंपी गई 7 सीटों में से किसी पर भी हार मिलती है तो वे पद छोड़ देंगे।
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