गोवर्धन जा रहे हैं! इन 5 जगहों के दर्शन करना न भूलें, जानें कब और कैसे पहुंचे?
Best Places To Visit in Govardhan: दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है। इस दिन श्री कृष्ण और गायों की पूजा करने का महत्व है। हिंदू शास्त्र में गायों को पवित्र और भगवान माना जाता है। श्री कृष्ण अपने बचपन से ही गोकुल और मथुरा में गायों को चराने का काम करते थे। गोवर्धन भी उत्तर प्रदेश में है। इस जगह से भी श्री कृष्ण का खास संबंध है। हालांकि, मथुरा- वृंदावन जाने वाले ज्यादातर लोग गोवर्धन पर्वत के अलावा कहीं और घूमने नहीं जाते हैं। इसका एक कारण शायद लोगों के बीच गोवर्धन के आस-पास अन्य जगहों की जानकारी नहीं होना है। हम आपको गोवर्धन के पास मौजूद ऐसी 5 जगहों के बारे में बता रहे हैं ताकि अगली बार आप जब भी यहां जाएं तो इन स्थलों के दर्शन भी कर सकें।
गोवर्धन के पास हैं ये 5 खूबसूरत जगहें
1.राधा कुंड
इस कुंड को श्याम कुंड के नाम से भी जाना जाता है। कुंड में मानसी गंगा का पवित्र जल भरकर रखा गया है । इस कुंड के जल से नहाने की प्रथा भी है। कहते हैं, इसे राधाकुंड बनाने के पीछे गोपियों की भूमिका रही हैं। वे चूड़ियों की मदद से धरती को खोद-खोद कर कुंड का निर्माण कर रही थी, जिसे देख श्री कृष्ण मदद को आए और राधा कुंड का निर्माण कर लिया गया। अक्टूबर-नवंबर महीने में इस कुंड में स्नान का खास महत्व है।
ये भी पढ़ें- धन्वंतरि कौन थे, क्यों कहलाते हैं आयुर्वेद के जनक, धनतेरस से क्या संबंध है; जानें सब कुछ!
2.दान-घाटी मंदिर
इस पवित्र मंदिर की खूब मान्यता है। यहां पथरों की मूर्तियां रखी हुई हैं, जिसके पीछे माना जाता है कि ये मूर्तियां हर साल धरती के अंदर धंसती चली जाती हैं। हालांकि, इस पर अभी तक कोई साइंटिफिक प्रमाण सामने नहीं आया है। यह मंदिर भी गोवर्धन के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।
3.कुसुम सरोवर
यह शांत और खूबसूरत सरोवर, राधा कुंड से लगभग 25 मिनट की दूरी पर स्थित है। यहां आपको घाट देखने को मिलेंगे, जहां आप अपने परिवार और खास लोगों के साथ समय बिता सकते हैं। इस जगह के बारे में भी ज्यादा लोगों को नहीं पता है, इसलिए यहां आपको ज्यादा भीड़-भाड़ नहीं मिलेगी। इस सरोवर के पास आपको एक खूबसूरत महल भी देखने को मिलेगा, जिसका निर्माण साल 1764 में भरतपुर के राजा जवाहिर सिंह ने अपने पिता के लिए करवाया था।
4.मानसी गंगा कुंड
कहते हैं, जब तक लोग मानसी गंगा कुंड के दर्शन नहीं करते हैं, तब तक गोवर्धन की परिक्रमा कभी भी पूरी नहीं होती है। इस कुंड में डुबकी लेना जरूरी होता है। मानसी गंगा कुंड को यहां का सबसे बड़ा सरोवर माना जाता था, मगर अब यह धीरे-धीरे कम और छोटा होता जा रहा है। कहते हैं, राधारानी और श्री कृष्ण दोनों, इस सरोवर में नाव से सैर किया करते थे।
5.मुखारविंद मंदिर, जतीपुरा
श्रद्धालु इस मंदिर से ही गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा शुरू करते हैं। रोजाना हजारों लोग यहां दूध और फूल लेकर पहुंचते हैं ताकि अपनी पूजा परिक्रमा की शुरुआत कर सकें। इस पवित्र स्थल को अपनी सकारात्मक ऊर्जा के लिए जाना जाता है।
View this post on Instagram
घूमने का सही समय
हालांकि, आप पूरे साल इन जगहों पर दर्शन करने जा सकते हैं। ये सभी स्थल और मंदिर हमेशा खुले रहते हैं, लेकिन सैलानी अक्टूबर से लेकर मार्च के महीने में यहां घूमने जाना पसंद करते हैं। गर्मियों में भी आप मथुरा और गोवर्धन घूम सकते हैं, मगर उन दिनों में तापमान ज्यादा रहता है।
कैसे पहुंचे यहां?
दिल्ली-नोएडा के लोग यहां तीन आसान रूट्स की मदद से पहुंच सकते हैं। आपको दिल्ली से काफी ट्रेनें मिल जाएंगी, आप अपनी प्लानिंग के साथ ट्रेन का चुनाव कर सकते हैं। दिल्ली और नोएडा से प्राइवेट और सरकारी बसें मिल जाएंगी, जो आपको सीधा मथुरा उतारेंगी। अगर आप गाड़ी से जाना चाहते हैं तो यह भी बेस्ट ऑप्शन है, यहां से मथुरा सिर्फ 28 किलोमीटर की दूरी पर है।
ये भी पढ़ें- Dhanteras पर गलती से भी न खरीदें ये 5 चीजें; मां लक्ष्मी होंगी नाराज, जेब रहेगी खाली!