Chanakya Niti: इन 5 नियमों का पालन करने वाले होते हैं धनवान, दौड़ी चली आती हैं माता लक्ष्मी!
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य एक राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वास्तु विशेषज्ञ भी थे। उन्होंने अपने नीतिशास्त्र में घर से जुड़े कई ऐसे नियमों के बारे में बताया है, जिसका पालन करने से कभी भी धन की कमी नहीं होती। चलिए जानते हैं ऐसे ही 5 नियमों के बारे में जिसका पालन करने से माता लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं।
1. दान पुण्य करना
चाणक्य कहते हैं कि जिस घर के लोग अपनी क्षमता के अनुसार नियमित रूप से दान करते हैं, गरीबों को खाना खिलाने का काम करते हैं, ऐसे घरों पर माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। चाणक्य लहते हैं कि दान करने या किसी की सहायता करने से ईश्वर भी प्रसन्न होते हैं और जिसकी सहायता आप करते हैं, उनका भी आशीर्वाद आपको मिलता है। इसलिए जितना हो सके आप अपने सामर्थ्य के अनुसार दूसरों की सहायता अवश्य करें। चाणक्य का मानना है कि दान करने से घर में आर्थिक समृद्धि भी बनी रहती है।
2. अन्न का सम्मान करना
चाणक्य कहते हैं कि जो लोग अन्न का सम्मान करते हैं, उनसे माता लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं। माता लक्ष्मी की कृपा से ऐसे घरों में अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती। वहीं जो लोग अन्न का अपमान करते हैं, अन्न को बर्बाद करते हैं या अन्न को कूड़े में फेंक देते हैं, ऐसे लोगों से माता लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। ऐसे लोग आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। इसलिए यदि पका हुआ अन्न खाने के बाद बच जाए तो, उसे पशुओं को खिला दें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
3. मेहमानों का सम्मान
हिंदू धर्मग्रंथों में भी अतिथि को भगवान के समान बताया गया है। तभी तो कहा जाता है 'अतिथि देवो भवः" ऐसे में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, जब भी कोई अतिथि आपके घर आएं तो उनका सम्मान करें। क्योंकि जो लोग अतिथि का सम्मान नहीं करते उनसे माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। वहीं जो लोग आदरपूर्वक अपने घर में मेहमानों का सत्कार करते हैं, उनके घर धन की देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है।
4. अनुशासन का पालन
आचार्य चाणक्य कहते हैं अनुशासन का पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इसलिए जिन घरों में अनुशासन का पालन होता है वहां हमेशा सकारात्मकता बनी रहती है। जहां सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, वहां हमेशा माता लक्ष्मी मौजूद रहती हैं।
5 साफ-सफाई
वैसे भी साफ-सफाई को हिन्दू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि साफ़-सफाई से तन निरोग रहता है। जहां स्वच्छता रहती है वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग अपने घर के साथ-साथ अपने तन को भी स्वच्छ रखते हैं, वहां देवी लक्ष्मी हमेशा निवास करती हैं। ऐसे घरों में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती। तन निरोग रहता है तो धन के भी खर्च में कमी बनी रहती है।
ये भी पढ़ें- Kojagari Puja 2024: 16 या 17 अक्टूबर, कब है कोजागरी पूजा? जानें तिथि और मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है