Chanakya Niti: मां लक्ष्मी को करना है प्रसन्न, तो चाणक्य की इन 5 बातों का रखें ध्यान
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य का नाम तो आपने सुना ही होगा। उनका नाम संसार के सर्वश्रेष्ठ विद्वानों में आता है। उन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव से मानव कल्याण के लिए ‘चाणक्य नीति शास्त्र’ की रचना की थी। नीति शास्त्र में उन्होंने जीवन से जुड़ी लगभग हर छोड़ी-बड़ी परेशानी के बारे में बताया है। चाणक्य नीति शास्त्र को अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में अपनाता है, तो जीवन को देखने का उसका नजरिया बदल जाता है।
चाणक्य ने अपनी नीतियों में गुणी व्यक्ति और उसकी आदतों के बारे में भी विस्तार से बताया है। उनके अनुसार हर एक व्यक्ति के अंदर कुछ ऐसे गुण होने चाहिए, जो उसे सफल बनाने में मदद करें। हालांकि आज के समय में व्यक्ति अच्छे गुणों की जगह गलत आदतों को ज्यादा अपना रहा है। आज हम आपको आपकी 5 ऐसी आदतों के बारे में, जिससे मां लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं।
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अन्न का सम्मान
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस घर के लोग हमेशा अन्न का सम्मान करते हैं। उनसे मां लक्ष्मी कभी भी नाराज नहीं होती हैं और उस घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
ज्ञानियों का सम्मान
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि जिस घर में हमेशा ज्ञानियों यानी ज्ञानी व्यक्ति का सम्मान किया जाता है। वहां पर सदा मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को हमेशा ज्ञानी व्यक्ति और उसके ज्ञान का सम्मान करना चाहिए। ज्ञानी व्यक्ति हमेशा दूसरों को सही राह पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
#Chanakya was a founder of the #MauryanEmpire who according to Buddhist legends hailed from #Taxila in #Punjab. He brought #Chandragupta to Taxila for a period of 7-8 years in which time he had learnt the arts of warfare and politics. Hes known as the Machiavelli of South Asia. pic.twitter.com/4W1eX8Fn68
— PunjabicWarrior (@PunjabicWarrior) March 21, 2024
रिश्तों का सम्मान
चाणक्य के अनुसार, जिस परिवार में पति-पत्नी प्रेम से रहते हैं और कठिन से कठिन परिस्थिति में भी एक दूसरे का सम्मान करते हैं। उस घर में हमेशा सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है और माता लक्ष्मी खुद वहां आती हैं। वहीं जिस घर के लोग एक दूसरे का सम्मान नहीं करते हैं और बात-बात पर लड़ते-झगड़ते रहते हैं। वहां कभी भी धन की देवी का वास नहीं होता है।
कला का सम्मान
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि जिस घर में कला का सम्मान होता है। वहां धन की देवी खुद आती हैं। इसलिए अगर आपके घर में किसी सदस्य की संगीत, डांस या फिर किसी भी रचनात्मक काम में रुचि है, तो उनका उस काम के लिए उत्साह बढ़ाएं। मां लक्ष्मी की कृपा से परिवार के सदस्य को कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
बड़े- बुजुर्गों का सम्मान
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान होता है। वहां धन की देवी खुद आती हैं और उसके परिवार को कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है।
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