whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

हर एक स्त्री के अंदर होती हैं ये 4 बुराइयां, Chanakya Niti में उल्लेख

Chanakya Niti: प्रत्येक व्यक्ति के अंदर अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के गुण-अवगुण होते हैं। अच्छे गुण व आदतें जहां मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती हैं। वहीं बुराइयों के कारण उन्हें शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है। आज हम आपको महिलाओं की उन चार बुरी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ज्यादातर महिलाओं में जन्म से ही होती हैं।
03:04 PM Jun 15, 2024 IST | Nidhi Jain
हर एक स्त्री के अंदर होती हैं ये 4 बुराइयां  chanakya niti में उल्लेख

Chanakya Niti: समाज में हमेशा से ही आधी आबादी को आदर और सम्मान की नजर से देखा जाता है। वहीं कुछ-कुछ क्षेत्रों में तो पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को अहमियत दी जाती हैं। यदि एक महिला चाहे, तो उसकी वजह से पूरा परिवार खुशहाल जीवन जी सकता है। वहीं उनकी कुछ गलतियों की वजह से परिवार में हर समय तनाव व क्लेश का वातावरण भी रह सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपने 'नीति शास्त्र' में महिलाओं की अच्छी और बुरी दोनों आदतों व बुराइयों के बारे में बताया है।

Advertisement

आज हम आपको 'चाणक्य नीति शास्त्र' में लिखित ज्यादातर महिलाओं की उन चार बुराइयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो उनमें जन्म से ही होती हैं। समय रहते अगर महिलाएं इन आदतों को नहीं बदलती हैं, तो उन्हें जीवन में पछताना भी पड़ सकता है।

बिना सोचे-समझे कार्य करना

आचार्य चाणक्य ने अपने "नीति शास्त्र" में बताया है कि ज्यादातर महिलाएं कोई भी महत्वपूर्ण काम करने से पहले सोचती नहीं हैं, जिसकी वजह से उन्हें बाद में पछताना पड़ता है।

Advertisement

ये भी पढ़ें- Chanakya Niti: आज से ही इन 3 आदतों को बनाएं डेली रूटीन का हिस्सा, लोगों के दिलों में सदा रहेंगे जिंदा!

Advertisement

छल कपट करना

आचार्य चाणक्य के अनुसार, पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा छल कपट करती हैं। अपने इसी अवगुण की वजह से कई बार उन्हें मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है।

लोभ करना

किसी भी चीज का लोभ होना, एक बुरी आदत होती है। चाणक्य का मानना था कि आदमी के मुकाबले औरतों के अंदर ज्यादा लोभ होता है। धन, सोना, हीरा और वस्त्र आदि चीजों का लोभ महिलाओं में ज्यादा होता है। कभी भी उनका मन इन चीजों से नहीं भरता है।

स्वार्थी

ज्यादातर महिलाओं को अपना काम निकालना आता है। वो हर एक परिस्थिति में से अपने आप को आसानी से निकाल लेती हैं। हालांकि उनका यह गुण कुछ परिस्थितियों में अवगुण भी बन जाता है। अपने स्वार्थ के कारण उन्हें न चाहते हुए भी परेशानी हो सकती है।

चाणक्य नीति को पढ़ना क्यों है जरूरी?

आचार्य चाणक्य एक अच्छे शिक्षक होने के साथ-साथ कुशल कूटनीतिज्ञ और योग्य अर्थशास्त्री भी थे। इसके अलावा उनके अंदर वो सारे गुण थे, जो उन्हें महान राजनेता बनाते थे। अपने ज्ञान से वह हर एक परिस्थिति को पहले ही भांप लेते थे और फिर निस्वार्थ भाव से लोगों की मदद करते थे।

उनके मरने के बाद भी लोग उनके ज्ञान का लाभ उठा सके। इसलिए उन्होंने 'चाणक्य नीति शास्त्र' की रचना की थी। इस किताब में उन्होंने जीवन में घटित हर एक परिस्थिति के अच्छे और बुरे दोनों परिणाम के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया है। अगर आप मन लगाकर 'चाणक्य नीति शास्त्र' को पढ़ते हैं, तो आपको अपनी आधे से ज्यादा समस्याओं का समाधान मिल सकता है।

ये भी पढ़ें- Chanakya Niti: इन 3 आदतों को अपनाकर दूसरों से रहें आगे, तरक्की मिलनी तय!

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो