Annapurna Jayanti 2024: मां अन्नपूर्णा जयंती पर आज करें ये 3 उपाय, धन संकट समेत सभी दुख हो जाएंगे दूर
Annapurna Jayanti 2024: सनातन धर्म में अन्न ही शक्ति है और अन्न ही लक्ष्मी है। सभी प्रकार का अन्न और घर की रसोई पर मां अन्नपूर्णा का अधिकार है। मां भगवती का वह स्वरूप जिससे संसार का भरण पोषण होता है और व्यक्ति मात्र को भोजन और वस्त्र मिल रहा है, वे अन्नपूर्णा स्वरूप हैं। आज 15 दिसंबर, 2024 को मां अन्नपूर्णा की जयंती दिवस है। आइए इस शुभ अवसर जानते हैं, मां अन्नपूर्णा से जुड़ी कुछ खास बातें और विशेष उपाय, जिनसे धन संकट समेत कष्ट दूर हो जाते हैं।
मां अन्नपूर्णा कौन हैं?
मां अन्नपूर्णा की उपासना से समृद्धि, संपन्नता और संतोष की प्राप्ति होती है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार, दुनिया में समस्त प्राणियों को भोजन मां अन्नपूर्णा की कृपा से ही मिलती है और गृहस्थों की गृहस्थी मां अन्नपूर्णा ही चलाती हैं। घर का बजट मां अन्नपूर्णा ही संभालती हैं। क्या आप जानते हैं, मां अन्नपूर्णा कौन हैं?
हिन्दू धर्म में माता पार्वती के समृद्धि और संपन्नता देने वाले दिव्य रूप को मां अन्नपूर्णा कहते हैं। मान्यता है कि भगवान शिव संसार के आदि पिता हैं और मां पार्वती आदिमाता हैं। अपने अन्नपूर्णा स्वरूप में माता पार्वती सभी व्यक्तियों की अपने संतान की तरह भरण-पोषण कर सुख, शांति और उत्तम स्वास्थ्य का वरदान देती हैं।
15 दिसंबर, 2024 है बेहद खास!
हिन्दू पंचांग के अनुसार, रविवार 15 दिसंबर, 2024 का दिन बेहद खास है। इस दिन को न केवल मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, बल्कि इस तारीख को धनु संक्रांति भी है। आज ग्रहों के राजा भगवान सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर गुरु बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र में भगवान सूर्य का यह गोचर बेहद शुभ माना गया है। साथ ही आज के दिन मां अन्नपूर्णा और देवी त्रिपुर भैरवी की जयंती है। इसके अलावा आज शुभ योग का संयोग मृगशिरा नक्षत्र से हो रहा है। इस प्रकार 15 दिसंबर, 2024 की तारीख एक बेहद शुभ दिन है।
करें ये खास उपाय
मां अन्नपूर्णा की फोटो: घर में संपन्नता और समृद्धि में वृद्धि के लिए अपने रसोई घर यानी किचन में मां अन्नपूर्णा की फोटो लगाएं। हर दिन प्रातःकाल में उनको प्रणाम करने के बाद ही अपने दिन की शुरुआत करें। जल्द ही दरिद्रता दूर होने लगेगी और सभी कष्टों का निवारण होंगे लगेगा।
मां अन्नपूर्णा का भोग: मां अन्नपूर्णा जयंती के मौके पर उनकी विशेष पूजा से लाभ होता है। यदि संभव हो तो उनको 56 व्यंजनों का भोग लगाना चाहिए। यदि यह संभव नहीं है, तो चिंता न करें। आप पूरे भक्ति-भाव और निष्ठा से मां को मीठे चावल, हलवा, पूड़ी, सब्जी, फल और मिष्ठान का भोग लगाएं।
चूल्हे की पूजा करें: चूल्हा घर की ऊर्जा का स्रोत है, यहां अग्नि का वास होता है। इसलिए इसकी हमेशा विशेष साफ़-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। मां अन्नपूर्णा जयंती के शुभ अवसर पर चूल्हे की पूजा करने से मां प्रसन्न होती हैं। चूल्हे पर कुमकुम, चावल और फूल चढ़ाएं। धूप और दीपक जलाकर मां अन्नपूर्णा से अन्न और धन में वृद्धि की कामना करें। आज जो भी भोजन बनाएं, शुद्ध शाकाहारी और सात्विक होनी चाहिए और उसे प्रसाद के समान ग्रहण करें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।