Kaalchakra: इन 5 उपायों से पति-पत्नी के बीच बढ़ेगा प्यार! जानें पंडित सुरेश पांडेय से
Kaalchakra News24 Today, Pandit Suresh Pandey: आज के समय में ज्यादातर लोग किसी न किसी वजह से परेशान हैं। हालांकि शास्त्रों में प्रत्येक समस्या से छुटकारा पाने के उपायों के बारे में बताया गया है। यहां तक कि लव लाइफ में चल रही परेशानियों से छुटकारा पाने के उपाय भी बताए गए हैं। आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको बताने जा रहे हैं कि किस ग्रह के कारण पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े होते हैं। इसी के साथ आपको उस ग्रह को मजबूत करने के उपायों के बारे में भी पता चलेगा।
सातवें भाव का महत्व
कुंडली में सातवें भाव को देखकर जीवनसाथी, विवाह, दांपत्य सुख और मांगलिक दोष के बारे में पता किया जा सकता है। जन्म कुंडली में सातवें भाव, सप्तमेश, सातवें भाव में बैठे ग्रह पर सातवें भाव पर दृष्टि डालने वाले ग्रह, सातवें भाव के कारक ग्रह आदि व्यक्ति के वैवाहिक जीवन पर काफी प्रभाव डालते हैं। किसी व्यक्ति का अगर सातवां भाव निर्बल है या ये भाव पापी ग्रहों जैसे शनि, मंगल, सूर्य और राहु-केतु के प्रभाव में है या कुंडली में गुरु और शुक्र अस्त हैं, तो वैवाहिक जीवन में रुकावटें आती हैं।
ये भी पढ़ें- Dev Uthani Ekadashi पर 12 राशियों की चमकेगी किस्मत! राशि अनुसार करें इन चीजों का दान
शनि के कारण आती हैं लाइफ में परेशानियां!
सातवें भाव में शनि की स्थिति मजबूत नहीं होती है, तो भी वैवाहिक जीवन में परेशानियां आती हैं। पति-पत्नी के संबंधों में आकर्षण की कमी होती है, जिसके कारण आए दिन लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं।
शनि को मजबूत करने के उपाय
- धार्मिक मान्यता के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में 7वें भाव में शनि है या वैवाहिक जीवन में आए दिन क्लेश होते रहते हैं, तो उन्हें जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। भूखे व्यक्ति को भोजन कराना चाहिए।
- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए झूठ न बोलें और किसी को भी धोखा देने से बचें।
- जो लोग नेत्रहीन लोगों की मदद करते हैं, उनके ऊपर शनि देव मेहरबान रहते हैं। शनि की कृपा से उनकी लव लाइफ में मिठास बनी रहती है।
- पेड़ काटने से बचना चाहिए और दूसरों को भी पेड़ काटने के लिए मना करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आपके वैवाहिक जीवन में सदा खुशियां बरकरार रहेंगी।
- जो लोग अपने से कमजोर लोगों और जानवरों को परेशान करते हैं, उनकी शादीशुदा जिंदगी में सदा क्लेश का वातावरण रहता है। इसलिए गाय, कुत्ते और बंदर आदि को हमेशा कुछ न कुछ खिलाते रहें।
ये भी पढ़ें- Budh Gochar: 11 नवंबर के बाद इन 3 राशियों का गोल्डन टाइम होगा शुरू, बुध गोचर रहेगा शुभ!
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।