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कुंभ जाने से पहले ये सामान जरूर करें पैक, खास बन जाएगा कल्पवास!

Maha Kumbh 2025: कुंभ मेले की यात्रा में जाने से पहले सही तैयारी करना बहुत जरूरी है। जरूरी सामान पैक करके ले जाने से यात्रा आरामदायक और शुभ बन सकती है। अगर आप कुछ खास चीजें साथ ले जाते हैं, तो यह आपकी किस्मत बदलने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं...
04:45 PM Jan 10, 2025 IST | Ashutosh Ojha
कुंभ जाने से पहले ये सामान जरूर करें पैक  खास बन जाएगा कल्पवास
Maha Kumbh 2025

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति का एक अद्वितीय और विशाल आध्यात्मिक उत्सव है, जो हर 12 साल में एक बार होता है। इस मेले में लाखों श्रद्धालु संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने और धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए आते हैं। यह केवल स्नान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है, जिसमें लोग अपनी आत्मा को शुद्ध करते हैं। अगर आप भी इस बार महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं तो कुछ खास पूजा सामग्री साथ लेकर जाएं ताकि आपकी यात्रा और अधिक फलदायी और सफल हो सके। आइए जानते हैं...

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चुनरी और साड़ी का महत्व

महिलाएं त्रिवेणी संगम में पूजा के लिए एक सुंदर चुनरी और साड़ी लेकर जाती हैं। ये पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं और इनका उपयोग मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। चुनरी और साड़ी पूजा की पवित्रता को बढ़ाती हैं और धार्मिक प्रक्रिया में शामिल होती हैं।

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तांबे का कलश और सामग्री

पूजा के लिए तांबे का कलश जरूर साथ ले जाना चाहिए। इस कलश में सुपारी, साबुत हल्दी, पीले चावल और एक सिक्का डालें। साथ ही पंच पल्लव (पांच प्रकार के पत्ते) कलश में डालें और उसमें थोड़ा गंगाजल भी भरें। यह सब पूजा की सामग्री हैं जो पुण्य की प्राप्ति के लिए जरूरी मानी जाती है।

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नारियल चढ़ाने की परंपरा

कलश के ऊपर एक नारियल रखा जाता है। यह नारियल कलश में स्थापित किया जाता है और त्रिवेणी संगम में प्रवाहित किया जाता है। इसे कुंभ यात्रा के समाप्ति और शुभता का प्रतीक माना जाता है। नारियल का चढ़ाना एक आस्था और समृद्धि का संकेत है।

महत्वपूर्ण सुझाव

महाकुंभ स्नान पर जाने से पहले इन सभी सामग्रियों को तैयार कर लें। संगम में स्नान के बाद इन सामग्रियों को विधिपूर्वक प्रवाहित करें। इससे आपकी पूजा पूरी होती है और धार्मिक यात्रा का महत्व बढ़ता है।

यात्रा को बनाएं सफल और यादगार

महाकुंभ सिर्फ स्नान तक ही नहीं, बल्कि यह एक आध्यात्मिक यात्रा भी है। अगर आप इन परंपराओं का पालन करते हैं, तो आपकी यात्रा विशेष और फलदायक बन सकती है। यह यात्रा आपके जीवन में एक नई आस्था और शांति का अनुभव कराएगी।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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