whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

वैष्णो देवी जाएं तो जरूर करें जम्मू के इस मंदिर के दर्शन, भरेगी नि:संतान दंपतियों की गोद!

Nabha Mata Mandir: हिंदू धर्म के लोगों के लिए नाभा माता मंदिर का विशेष महत्व है। रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में दर्शन करने मात्र से व्यक्ति को अपनी सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
01:33 PM Jun 11, 2024 IST | Nidhi Jain
वैष्णो देवी जाएं तो जरूर करें जम्मू के इस मंदिर के दर्शन  भरेगी नि संतान दंपतियों की गोद

Nabha Mata Mandir: हिंदू धर्म के लोगों के लिए जम्मू कश्मीर में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर का विशेष महत्व है। मां वैष्णो देवी मंदिर को हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। मां वैष्णो देवी मंदिर से करीब 50 किलोमीटर दूर नाभा माता मंदिर स्थित है। यह मंदिर जिंद्राह की सुरम्य पहाड़ियों में मौजूद है, जिसे 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। चलिए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में।

Advertisement

यहां गिरी थी मां सती की नाभि

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब माता सती ने अपने प्राण त्याग दिए थे, तो शिव जी दुख में देवी के शरीर को लेकर पृथ्वी का चक्कर लगा रहे रहे थे। शिव जी को शांत करने के लिए विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से देवी सती की देह के 108 टुकड़े कर दिए थे। जहां-जहां माता सती के शरीर के टुकड़े गिरे थे, उनमें से 18 स्थानों को महाशक्ति पीठों के रूप में चुना गया। धार्मिक मान्यता के अनुसार, नाभा माता मंदिर में मां सती की नाभि गिरी थी। तब से लेकर अब तक यहां पर मां सती की पूजा की जाती है।

ये भी पढ़ें- एक मोक्ष का दरवाजा, दूसरा स्वर्ग का रास्ता: 5 पॉइंट में जानें श्रीकृष्ण के द्वारकाधीश मंदिर के रहस्य

Advertisement

Advertisement

संतान सुख का मिलता है आशीर्वाद!

वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद आप नाभा माता मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर देवी सती के अलावा शिव जी की भी विशाल मूर्ति स्थापित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यहां पर जो भी भक्त मां के दर्शन करने के लिए आता है, वो कभी भी खाली हाथ नहीं जाता है। मां उसे मनचाहा आशीर्वाद जरूर देती हैं।

माना जाता है कि निसंतान जोड़े अगर एक बार नाभा माता मंदिर में दर्शन करते हैं, तो जल्द ही उनकी गोद भर जाती है। इसी वजह से साल भर यहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है।

52 शक्तिपीठ कौन-कौन से हैं?

मंदिरस्थान
मणिकर्णिका घाटउत्तर प्रदेश
माता ललिता देवी शक्तिपीठबनारस
रामगिरीउत्तर प्रदेश
उमा शक्तिपीठउत्तर प्रदेश
देवी पाटन मंदिरबलरामपुर
त्रिपुरमालिनी माता शक्तिपीठपंजाब
अंबाजी मंदिरगुजरात
मां अंबिका शक्तिपीठबिरात
शोणदेव नर्मता शक्तिपीठमध्यप्रदेश
ज्वाला जी शक्तिपीठहिमाचल प्रदेश
नैना देवी मंदिरहिमाचल प्रदेश
हरसिद्धि देवी शक्तिपीठमध्य प्रदेश
महामाया शक्तिपीठकश्मीर
भद्रकाली देवीकूप मंदिरकुरुक्षेत्र
माता सावित्री शक्तिपीठकुरुक्षेत्र
मणिबंध शक्तिपीठअजमेर
देवी कपालिनी मंदिरपश्चिम बंगाल
भ्रामरी शक्तिपीठमहाराष्ट्र
चंद्रभागा शक्तिपीठगुजरात
माताबाढ़ी पर्वत शिखर शक्तिपीठत्रिपुरा
माता देवी कुमारी शक्तिपीठबंगाल
बहुला देवी शक्तिपीठबंगाल
भ्रामरी देवी शक्तिपीठबंगाल
माता विमला का शक्तिपीठबंगाल
मंगल चंद्रिका माता शक्तिपीठबंगाल
नलहाटी शक्तिपीठबंगाल
फुल्लारा देवी शक्तिपीठबंगाल
मां महिषमर्दिनी का शक्तिपीठबंगाल
नंदीपुर शक्तिपीठबंगाल
युगाधा शक्तिपीठबंगाल
कलिका देवी शक्तिपीठबंगाल
कांची देवगर्भ शक्तिपीठबंगाल
भद्रकाली शक्तिपीठतमिलनाडु
सर्वशैल रामहेंद्री शक्तिपीठआंध्र प्रदेश
विमला देवी शक्तिपीठउड़ीसा
शुचि शक्तिपीठकन्याकुमारी
श्रीशैलम शक्तिपीठआंध्र प्रदेश
मिथिला शक्तिपीठभारत नेपाल सीमा
कर्नाट शक्तिपीठकर्नाटक
चट्टल भवानी शक्तिपीठबांग्लादेश
कामाख्या शक्तपीठअसम
जयंती शक्तिपीठबांग्लादेश
सुगंधा शक्तिपीठबांग्लादेश
श्रीशैल महालक्ष्मीबांग्लादेश
यशोरेश्वरी माता शक्तिपीठबांग्लादेश
इन्द्राक्षी शक्तिपीठश्रीलंका
आद्या शक्तिपीठनेपाल
मनसा शक्तिपीठतिब्बत
दंतकाली शक्तिपीठनेपाल
हिंगुला शक्तिपीठपाकिस्तान
आद्या शक्तिपीठनेपाल

ये भी पढ़ें- अक्षरधाम से लेकर बिरला मंदिर तक, दिल्ली के ये 5 मंदिर घूमने के लिए हैं बेस्ट प्लेस

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो