Neem Karoli Baba Teachings: नीम करोली बाबा की ये 5 सीख मानने वाले नहीं होते कभी असफल, खुद-ब-खुद खिंचा आता है धन!
Neem Karoli Baba: आज के समय में नीम करोली बाबा के करोड़ों अनुयायी पूरी दुनिया में फैले हैं। वे वर्तमान भारत के महान संतो में से एक माने गए हैं और कहा जाता है कि वे भगवान हनुमान का अवतार थे। इनके भक्तों में यह मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इनके समाधि और आश्रम में पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से जाता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आज करोड़पति से लेकर साधारण आदमी तक सभी नीम करोली बाबा की शिक्षाओं से प्रभावित हैं।
नीम करोली बाबा की सीख
नीम करोली बाबा ने भक्ति, धर्म, सदाचार, परिवार, व्यापार, धन, बचत सब विषयों पर अनमोल शिक्षाएं दी हैं। मान्यता है नीम करोली बाबा की सीख मानने वाले कभी असफल नहीं होते हैं। थोड़े प्रयास से भी धन-दौलत और शोहरत खुद-ब-खुद व्यक्ति की और खिंचा आता है। जीवन में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती है। आइए जानते हैं, नीम करोली बाबा की 5 शिक्षाएं या सीख जिसे अपनाकर व्यक्ति मात्र रोम-रोम जागृत हो जाता है और जीवन धन्य हो जाता है।
1- नीम करोली बाबा ने कहा है धन जमा करते रहने से व्यक्ति दिन-ब-दिन गरीब ही होता जाता है। धन को जमा करने के बजाय उसे सही जगह खर्च करने के बारे में सोचना चाहिए। साथ ही कमाई का थोड़ा-सा हिस्सा दान में भी देना चाहिए. दान देने से घटता नहीं है, बल्कि गरीबी दूर रहती है।
2- नीम करोली बाबा ने अपनी शिक्षाओं में यह कहा है कि आसक्ति यानी किसी भी प्रकार का मोह, लोभ आदि, आत्मसाक्षात्कार यानी अपनी ही खोज और ईश्वर के साथ जुड़ाव में सबसे बड़ी बाधा है। उनका मानना था कि ईश्वर के प्रति सच्चा प्रेम करने के लिए सांसारिक चीज़ों और लोगों से आसक्ति को त्यागना ज़रूरी है।
3- नीम करोली बाबा ने कहा कि आप दूसरों के साथ जैसा भी व्यवहार करना चाहते हैं, वैसा ही करें, लेकिन उन्हें अपने दिल से कभी न निकालें। उनके अनुसार, किसी को बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना दूसरों की सेवा करनी चाहिए, तभी वह दिव्य आनंद के मार्ग पर चल सकता है।
4- नीम करोली बाबा ने अपनी शिक्षाओं में इस बात पर विशेष जोर दिया है कि कोई भी व्यक्ति पूरी तरह से दुनिया में व्यस्त रहते हुए भी एक गहरा आध्यात्मिक संबंध बनाए रख सकता है। उन्होंने सिखाया कि आध्यात्मिकता के लिए समाज का त्याग या उससे अलगाव की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इसमें रहते हुए भी हर पल और हर बातचीत में ईश्वर को खोज सकते हैं।
5- बाबा का यह भी सिखाया कि दुनिया में सभी लोग समान हैं, चाहे उनका धर्म, जाति, पंथ या कोई भी अन्य पहलू क्यों न हो। उन्होंने अपने अनुयायियों को वर्तमान क्षण में जीने और अतीत के पछतावे और भविष्य की चिंताओं से मुक्त रहने की सलाह दी है।
नीम करोली बाबा की शिक्षाएं इतनी व्यवहारिक और जीवन से सीधे तौर पर जुड़ी हैं कि हर इंसान के लिए उपयोगी हैं। यही कारण ही आज उनकी शिक्षाएं देश की सीमाओं से परे हैं और दुनिया भर में असंख्य लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डालकर उनके जीवन को संवार रही हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।