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Radha Ashtami 2024: राधाष्टमी पर आज घर ले आएं ये 3 चीजें, जीवन में नहीं होगी कभी धन की कमी!

Radha Ashtami 2024: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव कृष्णाष्टमी और कृष्ण छठी के बाद देवी राधा रानी का जन्मदिन मनाया जाता है। भगवान कृष्ण की संगिनी राधाजी का जन्म भादो माह की अष्टमी तिथि को हुआ था, जो कि आज 11 सितंबर को है। मान्यता है कि आज कुछ पवित्र वस्तुएं घर लाने से कभी धन की कमी नहीं होती है। आइए जानते हैं, क्या हैं ये 3 पवित्र वस्तुएं?
10:07 AM Sep 11, 2024 IST | Shyam Nandan
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Radha Ashtami 2024: सनातन पंचांग और धर्म ग्रंथों के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण की आह्लादिनी शक्ति और संगिनी राधा रानी जी का जन्म भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनकी छठी मनाने के बाद भादो महीने में ही शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को होता है। श्री राधा रानी के जन्मदिन को राधाष्टमी और राधा जयंती भी कहते हैं। साल 2024 में यह आज यानी बुधवार 11 सितंबर को है। मान्यता है कि आज कुछ खास पवित्र वस्तुएं घर लाने से कभी धन की कमी नहीं होती है। आइए जानते हैं, ये खास पवित्र वस्तुएं क्या-क्या हैं? साथ ही ये भी जानते हैं कि आज राधारानी को किस विशेष व्यंजन का भोग लगाना चाहिए?

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श्रीराधा जी को लगाएं ये भोग

राधा अष्टमी के दिन (Radha Ashtami) श्री किशोरी जी राधा रानी विधि पूर्वक पूजा करने के बाद उनको दही-अरबी और मालपुआ का भोग लगाएं। मान्यता है कि दही-अरबी की सब्जी ऊंची अटारी वाली राधा रानी जी का प्रिय व्यंजन है। यह नमकीन व्यंजन आज भी ब्रज क्षेत्र में बेहद खास माना जाता है। वहीं, राधाष्टमी की पूजा थाली में मालपुआ शामिल करने से घर में धन कभी कमी नहीं होती है।

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राधाष्टमी को घर लाएं ये चीजें

कदंब का पौधा

राधाष्टमी के पावन अवसर पर कदंब का पौधा घर लाने की परंपरा हिंदू धर्म में काफी प्रचलित है। माना जाता है कि कदंब का पेड़ माता राधा से जुड़ा हुआ है और इसे घर में लाने से उनकी और भगवान श्रीकृष्ण दोनों की कृपा प्राप्त होती है। कहते हैं भगवान कृष्ण कदंब की डालियों पर बैठकर बांसुरी बजाते थे, जिससे पूरी ब्रज भूमि झूम उठती थी। राधाष्टमी के दिन इसका पौधरोपण बेहद शुभ और फलदायी माना गया है। इससे से घर की शोभा और समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। आप इसे गमले में लगाकर अपनी बालकनी में रख सकते हैं।

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सतरंगी मोर पंख

मोर पंख भगवान श्रीकृष्ण के मस्तक की शोभा और श्रृंगार है। यह उनकी पहचान है। इसलिए यह राधा रानी जी को बेहद प्रिय है। भगवान कृष्ण से जुड़े हुए होने के कारण राधाष्टमी के दिन सतरंगी मोर पंख घर लाने की परंपरा हिंदू धर्म में काफी प्रचलित है। इससे राधा-कृष्ण दोनों की कृपा प्राप्त होती है। इनकी कृपा से घर धन-धान्य से भरा रहता है।

राधा-कृष्ण दोनों की प्रिय बांसुरी

मोर पंख की तरह बांसुरी भी श्री किशोरी जी को बेहद प्रिय है, क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण को भी अतिप्रिय है। यही कारण है कि राधाष्टमी पर बांसुरी घर लाने की परंपरा हिंदू धर्म में काफी प्रचलित है। माना जाता है कि भगवान कृष्ण के प्रतीक बांसुरी को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह घर के सदस्यों के शिक्षा, धन और स्वास्थ्य में सदैव वृद्धि करता है।

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 डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Tags :
Hindu DharmaParva TyoharRadhashtami
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