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इस ग्रह के दोष से होते प्रेम-संबंध खराब, सुख-सुविधाओं पर लग जाते हैं ग्रहण, जानें उपाय

Shukra Dosh Upay: ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कुंडली में शुक्र ग्रह का मजबूत होना जरूरी है। शुक्र के कमजोर होने से धन, ऐश्वर्य, वैभव, भोग विलास समेत इसका असर प्रेम और शारीरिक सौंदर्य पर सबसे अधिक होता है।
10:02 AM Jul 12, 2024 IST | Shyam Nandan
इस ग्रह के दोष से होते प्रेम संबंध खराब  सुख सुविधाओं पर लग जाते हैं ग्रहण  जानें उपाय

Shukra Dosh Upay: वैदिक ज्योतिष में शुक्र एक बेहद शुभ ग्रह माने गए हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कुंडली में शुक्र का बली यानी मजबूत होना आवश्यक है। जिनकी कुंडली में शुक्र बलवान होते हैं, वैसे व्यक्ति शारीरिक रूप से बेहद आकर्षक, सुंदर और कलात्मक अभिरुचि वाले होते हैं। आइए जानते हैं, शुक्र ग्रह का जीवन में महत्व क्या है, ये कुंडली में कब अशुभ माने गए हैं और ज्योतिष शास्त्र में बताए गए किन उपायों से शुक्र दोष को समाप्त कर सकते हैं?

जीवन में शुक्र ग्रह का महत्व

वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह के कार्य और अधिकार निश्चित हैं, इसे ग्रह का कारकत्व कहते हैं। उनके शुभ और अशुभ होने जीवन के इन पहलुओं पर व्यापक असर होता है। कुंडली में कमजोर शुक्र ग्रह व्यक्ति को निर्धन, कुरूप, कलाविहीन और अशिक्षित बनाए रख सकता है। शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य और भोग का फल देनेवाला ग्रह है। यदि आपकी कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में है, तो आपको प्रेम जीवन में सफलता, खुशी और संतुष्टि मिलने की संभावना होती है। कमजोर शुक्र विपरीत परिणाम दे सकता है। इस ग्रह के दोष से प्रेम-संबंध खराब हो जाते हैं और सुख-सुविधाओं पर ग्रहण लग जाते हैं. इसलिए जीवन में शुक्र का अत्यधिक महत्व है।

शुक्र ग्रह कब होते हैं अशुभ?

वैदिक ज्योतिष के मुताबिक जब कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होते हैं, तब वे अपना श्रेष्ठ फल नहीं दे पाते हैं। इसे ज्योतिष शास्त्र में ‘शुक्र-बाधा’ कहा गया है। शुक्र तब सबसे ज्यादा अशुभ होते हैं, जब वे कन्या राशि में होते हैं। बता दें, कन्या राशि में वे नीच के हो जाते हैं। इस राशि में शुक्र सबसे कमजोर माने गए हैं। जब शुक्र कुंडली के 6, 8 या 12वें में होते हैं, तब भी वे अशुभ होते हैं। इसके अलावा जब शुक्र ग्रह पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि होती है, तो वे अशुभ प्रभाव दिखाते हैं।

शुक्र दोष दूर करने के उपाय

वैदिक ज्योतिष में सफेद और चमकीले रंगों पर शुक्र ग्रह का स्वामित्व माना गया है। साथ ही, इस ग्रह पर भगवान देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में शुक्र दोष को दूर करने के लिए बताए गए अधिकांश उपाय सफेद रंग की वस्तुओं और लक्ष्मी की पूजा और उपासना से संबंधित हैं। आइए जानते हैं, ये उपाय क्या हैं?

शुक्रवार का व्रत: प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं. शुक्र बाधा दूर होती है. देवी मां की कृपा से घर धन-धान्य से भर जाता है.

सफेद वस्तुओं का दान: शुक्रवार और अन्य दिनों में भी चावल, सफेद वस्त्र, चीनी, नमक आदि का दान करना चाहिए. गरीबों, ब्राह्मणों और कन्याओं को सफेद मिठाई का भोग लगाना चाहिए. अधिक से अधिक सफेद वस्त्र पहनसे से शुक्र के नेगेटिव असर में कमी आती है.

इसके अलावा, शुक्रवार सहित अन्य दिनों को भी गाय को दाना खिलाने, उनकी सेवा करने और विशेष दान-पुण्य करने से लाभ होता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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