Shukra Pradosh: आज एक उपाय शनि की महादशा से दिलाएगा मुक्ति, धन-धान्य में होगी वृद्धि
Shukra Pradosh Vrat Upay 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, आज फाल्गुन माह का अंतिम प्रदोष व्रत है। बता दें कि प्रदोष व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। ऐसे ही आज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। ज्योतिषियों के अनुसार, शुक्रवार के दिन प्रदोष पड़ने की वजह से शुक्र प्रदोष व्रत कहलाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शुक्र प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से की जाती है।
मान्यता है जो लोग सच्चे मन से महादेव की पूजा करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपाय करने के बारे में बताया गया है। यदि जो लोग शुक्र प्रदोष की शाम में इन उपायों को करते हैं तो उनका भाग्य बदल जाता है। साथ ही किस्मत साथ देने लगती है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा किस शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं। साथ ही इस दिन कौन-कौन से व्रत कर सकते हैं।
शुक्र प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्र प्रदोष व्रत फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है। त्रयोदशी तिथि की शुरुआत आज सुबह 4 बजकर 44 मिनट हो गई है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 23 मार्च को सुबह 7 बजकर 17 मिनट पर होगा। बता दें कि शुक्र प्रदोष के दिन पूजा करने के शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 34 मिनट से लेकर रात्रि के 8 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
शुक्र प्रदोष व्रत के दिन करें ये चमत्कारी उपाय
सुखी जीवन के लिए
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि आप वैवाहिक जीवन में किसी न किसी बात को लेकर हर समय वाद-विवाद की स्थिति बनी रहती है, जीवनसाथी के साथ रिश्तों में खटास आती रहती है तो ऐसे में आपको प्रदोष व्रत वाले शाम को पति-पत्नी एक साथ मिलकर भगवान शिव की पूजा करें। भगवान शिव की पूजा करते समय 11 लाल गुलाब लेकर 27 बार ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से रिश्तों में मधुरता आती है। साथ ही रिश्ते मजबूत होते हैं।
शनि की महादशा दूर करने के उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आपकी कुंडली में शनि की महादशा है तो आपको प्रदोष व्रत वाले दिन शिवलिंग पर शमी पत्र और तिल अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली से शनि की महादशा का प्रभाव कम हो जाता है। साथ ही शनि देव प्रसन्न भी होते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।