whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

Somvati Amavasya 2024: क्यों महत्वपूर्ण है साल की आखिरी सोमवती अमावस्या? जानें स्नान-दान का मुहूर्त

Somvati Amavasya 2024: कहते हैं, पांडव पूरा जीवन सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान लिए तरसते रहे थे, लेकिन वह कभी नहीं पड़ी। आइए जानते हैं, इस साल की आखिरी सोमवती अमावस्या कब है, क्यों महत्वपूर्ण है और इस दिन स्नान दान का शुभ मुहूर्त क्या है?
05:36 PM Dec 13, 2024 IST | Shyam Nandan
somvati amavasya 2024  क्यों महत्वपूर्ण है साल की आखिरी सोमवती अमावस्या  जानें स्नान दान का मुहूर्त

Somvati Amavasya 2024: हिन्दू धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है। किसी भी मास की अमावस्या यदि सोमवार को हो तो उसे सोमवती अमावस्या कहा गया है। ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि महाभारत काल में पाण्डव सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान और दान के लिए पूरा जीवन तरसते रहे थे, लेकिन उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या कभी नहीं पड़ी।

Advertisement

हिन्दू पंचांग के अनुसार अमावस्या तो हर महीने आती है, लेकिन वह सोमवार के दिन पड़े यह दुर्लभ होता है। बता दें, इस साल पौष महीने की महीने की अमावस्या सोमवार के दिन पड़ रही है. आइए जानते है कि इस साल की आखिरी सोमवती अमावस्या कब है, क्यों महत्वपूर्ण है और इस दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त क्या है?

ये भी पढ़ें: Numerology: सही समय पर सफलता और लक्ष्य पाने में सफल होते हैं इन 4 तारीखों में जन्मे लोग, इनमें कहीं आप भी तो नहीं!

Advertisement

सोमवती अमावस्या का महत्व

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक अमावस्या को सूर्य और चंद्रमा एक सीध में स्थित रहते हैं। सोमवार का दिन चंद्रमा को समर्पित है। इसलिए सोमवती अमावस का दिन विशेष पुण्य देने वाला माना गया है।
  • सोमवार का दिन महादेव भगवान शिव का दिन माना जाता है. देवाधिदेव भगवान शंकर ने चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण कर रखा है. इसलिए सोमवती अमावस्या पूर्णरूपेण भगवान शिव को समर्पित है।
  • निर्णय सिंधु व्यास के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन मौन रहकर स्नान-ध्यान और दान करने से एक हजार गाय के दान पुण्य फल प्राप्त होता है। यदि स्त्रियां इस दिन यह काम करती हैं, तो पूरे कुल-खानदान का कल्याण होता है।
  • धर्म ग्रंथों के अनुसार, सोमवती अमावस्या का दिन पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध की रस्मों को करने के लिए उपयुक्त माना गया है। कालसर्प दोष निवारण की पूजा करने के लिए भी यह दिन उपयुक्त होता है।

सोमवती अमावस्या 2024 कब है?

सनातन पंचांग के अनुसार, साल 2024 की पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 1 मिनट से शुरू होगी है और इस तिथि की समाप्ति 31 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 56 मिनट पर होगी। सूर्य के उदय होने की तिथि नियम यानी उदयातिथि के अनुसार, सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को मनाई जाएगी।

Advertisement

सोमवती अमावस्या 2024 स्नान-दान मुहूर्त

हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार, सोमवती अमावस्या पर पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान और उसके बाद दान के लिए शुभ और सर्वश्रेष्ठ होता है। साल 2024 की सोमवती अमावस्या के दिन स्नान-दान का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:

प्रातः मुहूर्त: सुबह 5 बजकर 23 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक

अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक

विजय मुहूर्त: दोपहर बाद 2 बजकर 7 मिनट से 2 बजकर 49 मिनट तक

अमृत काल: शाम 5 बजकर 24 मिनट से 7 बजकर 02 मिनट तक (गोधूली मुहूर्त भी इसी मुहूर्त में पड़ता है।)

ये भी पढ़ें: इन 3 तारीखों में जन्मे लोगों पर रहती है शुक्र ग्रह और मां लक्ष्मी की खास कृपा, जीते हैं ऐशो-आराम की जिंदगी!

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो