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वरलक्ष्मी व्रत के दिन भूल से भी न करें ये 3 गलतियां, सौभाग्य और धन के वरदान से रह जाएंगे वंचित
Varalakshmi Vrat 2024: भगवान शिव के प्रिय मास सावन का हर पल, हर दिन विशेष महत्व रखता है। इसलिए इस पावन महीने में पड़ने वाला वरलक्ष्मी व्रत बहुत फलदायी माना गया है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार, वरलक्ष्मी व्रत रखने धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न होती हैं और धन संकट को दूर करती हैं। कहते हैं, सावन के महीने में इस व्रत के दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से मां लक्ष्मी की आराधना करता है, उसके घर-परिवार में सदा खुशहाली, सुख, शांति, समृद्धि, धन और संपत्ति का वास रहता है। पारिवारिक और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। आइए जानते हैं, इस दिन कौन-सी गलतियां करने से बचनी चाहिए क्या उपाय करने से मां वरलक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होंगी?
कब है वरलक्ष्मी व्रत 2024?
इस साल यह व्रत बार यह व्रत शुक्रवार 16 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। हिन्दू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने के लिए समर्पित है। बता दें, इस साल 16 अगस्त बेहद ही खास तारीख बन गया है, क्योंकि इस दिन सिंह सक्रांति भी है और सावन मास की पुत्रदा एकादशी व्रत भी है।
वरलक्ष्मी व्रत पर न करें ये 3 गलतियां
तामसिक पदार्थों से दूर रहें: मां वरलक्ष्मी सात्विक और वैष्णवी देवी हैं। इसलिए इस व्रत के दिन भूल से भी मांस, मछली, अंडा, मदिरा और तंबाकू से बने पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखना जरूरी है, अन्यथा इस गलती से घर पर दरिद्रता छा जाती है।
कमजोर और असहाय का अपमान न करें: मां वरलक्ष्मी का व्रत रखने और पूजा करने वालों को भूल से भी इस दिन बुजुर्ग, निर्धन, कमजोर, रोगी, बीमार और असहाय लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां वरलक्ष्मी न केवल रुष्ट होती हैं, बल्कि धन संकट कभी दूर नहीं होता है।
बुराई करने से बचें: इस व्रत को करने वाले व्यक्तियों को किसी के साथ वाद-विवाद नहीं करना चाहिए और न ही किसी की बुराई करनी चाहिए। इस दिन ईर्ष्या, द्वेष, क्रोध करने आदि से बचें। पूजा पाठ करते समय अपने मन को शांत और प्रसन्न रखें।
मां वरलक्ष्मी को प्रसन्न करने के 2 खास उपाय
1. मां वरलक्ष्मी धन, सौभाग्य और समृद्धि की स्वामिनी देवी लक्ष्मी का वरदान देने वाला रूप है, इसलिए उन्हें वरलक्ष्मी कहा गया है। इनके व्रत के दिन इनकी पूजा में कमल का फूल जरुर शामिल करें, क्योंकि उनको यह फूल बेहद प्रिय और उनका आसन है। इससे मां प्रसन्न होती हैं और कृपा बनाए रखती हैं।
2. वरलक्ष्मी व्रत की पूजा में शंख और कौड़ी को जरुर शामिल करें। ये सभी वस्तुएं माता हो बेहद प्रिय हैं और इनमें उनका वास माना गया है। साथ ही उनको मखाना या इसकी खीर का भोग लगाएं। मान्यता है, इससे जल्द ही परिवार के सदस्यों की आमदनी बढ़ने लगती है और जीवन सुखमय हो जाता है।