Vidura Niti: ये 5 काम करने में बिल्कुल न करें शर्म, 2025 में जल्द ही हो जाएंगे सफल!
Vidrua Niti: महाज्ञानी और नीतिज्ञ विदुर ने अपने ग्रंथ विदुर नीति में जीवन के हर पहलू पर गहन दृष्टि डाली है। उन्होंने व्यक्ति के स्वभाव, गुण, दोष, धर्म, दोस्ती, शत्रुता, धन और व्यापार से जुड़े कई अनमोल उपदेश दिए हैं। विदुर नीति स्पष्ट रूप से कहती है कि अपने किसी भी कार्य को करने में संकोच या शर्म नहीं करनी चाहिए। विलंब और झिझक सफलता की सबसे बड़ी बाधाएं हैं। यदि हम सही समय पर आवश्यक कार्य कर लें, तो निश्चित रूप से जीवन में सफलता और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
यहां विदुर नीति के अनुसार 5 ऐसे कार्य बताए गए हैं, जिन्हें करते समय किसी प्रकार की शर्म या संकोच नहीं करना चाहिए। यदि आप शर्म का लबादा उतार देते और इन 5 कामों को तय समय पर कर लेते हैं, तो आप निस्संदेह साल 2025 में सफलता की सीढ़ियां चढ़कर बरकत करेंगे और अपने जीवन को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। आइए जानते हैं, क्या हैं ये 5 काम?
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धन कमाने के लिए मेहनत करने में कैसी शर्म?
विदुर कहते हैं कि ईमानदारी और मेहनत से कमाया हुआ धन सबसे श्रेष्ठ होता है। हर व्यक्ति को यह समझना चाहिए कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। केवल आपके काम का उद्देश्य और आपकी नीयत मायने रखती है। चाहे वह किसी खेत में काम करना हो या बड़े पद पर आसीन होना, परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। मेहनत करने में संकोच करने वाला व्यक्ति अपनी ही प्रगति का द्वार बंद कर लेता है।
उधार या कर्ज वापस मांगने में शर्म क्यों?
धन-दौलत के मामले में संकोच करना अपने ही नुकसान को न्यौता देना है। विदुर नीति स्पष्ट कहती है कि यदि आपने किसी को उधार दिया है या कर्ज दिया है, तो उसे वापस मांगने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए। धन का मूल्य समझें और इसे सही समय पर वापस प्राप्त करना सीखें। यदि आप इस मामले में शर्म करते हैं, तो इससे आपका आत्मविश्वास और आर्थिक स्थिति दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
शिक्षा प्राप्त करने में झिझक कैसी?
विदुर नीति कहती है कि ज्ञान ही सफलता की पहली सीढ़ी है। यदि आप किसी विषय में अज्ञानी हैं, तो शर्म करने की बजाय अपने अज्ञान को दूर करने के लिए प्रश्न पूछें। जो व्यक्ति प्रश्न पूछने से डरता है, वह हमेशा अंधकार में रहता है। शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करना न केवल जीवन को बेहतर बनाता है, बल्कि आत्मनिर्भर भी बनाता है। इसलिए, सवाल पूछने और सीखने में कभी संकोच न करें।
भोजन करने में संकोच क्यों?
विदुर नीति कहती है कि भोजन जीवन का आधार है। इसे प्राप्त करने या करने में कभी शर्म नहीं करनी चाहिए। खाली पेट व्यक्ति अपने तन-मन पर नियंत्रण खो देता है और उसकी सोचने-समझने की क्षमता भी कमजोर हो जाती है। यदि आप भोजन की कमी से जूझ रहे हैं, तो सहायता मांगने में शर्म न करें। विदुर के अनुसार, पेट भरने के लिए मदद मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि यह जरूरत है। कहने की जरूरत नहीं है को रोटी, कपड़ा और मकान में रोटी पहली वस्तु है, जो नितांत आवश्यक है।
अपनी बात रखने में झिझकना नहीं चाहिए
आज के समय में, सही और गलत के बीच अंतर जानते हुए भी लोग अपनी बात रखने में हिचकते हैं। विदुर नीति का यह सिद्धांत आधुनिक जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी है। अगर आप किसी विषय पर अपनी राय देने से कतराते हैं, तो यह न केवल आपकी क्षमता को सीमित करता है, बल्कि आपकी पहचान भी खो देता है। सही बात कहने और उसे मजबूती से रखने में कभी शर्म न करें। अपनी आवाज को दबाने वाले लोग जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ पाते हैं।
विदुर नीति के इन 5 महत्वपूर्ण सिद्धांतों को अपनाकर आप न केवल अपने जीवन में आत्मविश्वास और समृद्धि ला सकते हैं, बल्कि अपने सपनों को भी साकार कर सकते हैं। मेहनत से कमाया धन, उधार वापस मांगने की हिम्मत, शिक्षा प्राप्त करने का उत्साह, भोजन में संकोच न करना और अपनी बात रखने का साहस, ये सभी जीवन को सफल और संतुलित बनाने के प्रमुख स्तंभ हैं। विदुर नीति हमें यह सिखाती है कि शर्म और झिझक छोड़कर आत्मविश्वास के साथ जिया जाए, तो जीवन में हर ऊंचाई को छुआ जा सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।